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शाहजहांपुर में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में किसान पंचायत शुरू, कचरा घर की दीवार गिराने का एलान

आबादी के पास बन रहे बन रहे डंपिग ग्राउंड के विरोध में आयोजित सत्याग्रह बुधवार को किसान महा पंचायत में बदल गया।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 02:07 PM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 05:56 PM (IST)
शाहजहांपुर में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में किसान पंचायत शुरू, कचरा घर की दीवार गिराने का एलान
शाहजहांपुर में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में किसान पंचायत शुरू, कचरा घर की दीवार गिराने का एलान

शाहजहांपुर, जेएनएन : आबादी के पास बन रहे बन रहे डंपिग ग्राउंड के विरोध में आयोजित सत्याग्रह बुधवार को किसान महा पंचायत में बदल गया। आंदोलनकारियों की ओर से प्रशासन को चेतावनी के स्वरूप बुलाई गई महा पंचायत में 12 बजे तक बड़ी संख्या में लोग पहुंच चुके थे। आंदोलन के अगुवाकार भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय महासचिव तथा जिला पंचायत सदस्य प्रमोद कुमार जनसेवक ने एलान किया यदि प्रशासन ने शासनादेश के विरोध में बन रहे डंपिंग ग्राउंड को न हटाया तो खुद ग्रामीण खुद ही उखाड़ फेंकेंगे। इससे पहले मंगलवार शाम ईओ सर्वेश कुमार एसएससआई बीके मौर्य, बिजेंद्र सिंह परमार के साथ सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे, मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। लेकिन लिखित आश्वासन न देने पर किसान नहीं माने। बुधवार को महापंचायत की। मौके पर जिला पंचायत सदस्य महावीर सिंह यादव, बहोरन राठौर, भारतीय कृषक दल युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सरदार कमलजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, चौधरी सत्येंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह यादव, सुरेश पाल सिंह, रक्षपाल सिंह यादव मौजूद रहे।

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यह है मामला

तिलहर से बरखेड़ा मार्ग स्थित बंधीचक गांव के पास तिलहर नगर पालिका ने 14 बीघा जमीन खरीदकर उसपर सॉलिड बेस्ड मैनेजमेंट प्लांट स्वीकृत किया है। प्लांट की स्थापना के लिए बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरु कर दिया गया है। ग्रामीण 30 जुलाई से विरोध में धरने पर बैठ गए।

कहीं उग्र रूप न ले ले आंदोलन

सत्याग्रह के सातवें दिन अभी तक प्रशासन ने डंपिंग ग्राउंड हटाने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया है। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को पहुंची भीड़ ने डंपिंग ग्राउंट की दीवार ढहाने व बाउंड्री के पिलर उखाड़ फेंकने का प्रयास किया। जिला पंचायत सदस्य प्रमोद जनसेवक ने उन्हेें समझा बुझाकर शांत किया। कहा कि जब प्रशासन नहीं सुनेगा तो वहीं किया जाएगा जो जनहित में होगा।

इसलिए विरोध कर रहे

शासनादेश में स्पष्ट है सॉलिड बेस्ड मैनेटमेंट प्लांट को आबादी से 200 मीटर दूर बनाने का उल्लेख है। ग्रामीणों का कहना है कि बंधीचक गांव की आबादी प्रस्तावित प्लांट स्थल से 182 मीटर पर है। पांस में ही बाग, 30 मीटर पर कुआं, नल व गांव की दुकान है।50 से 100 मीटर की दूरी पर कई बोरिंग है।

एसडीएम बोले

सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट प्लांट गांव से 500 मीटर दूर है। इससे प्रदूषण भी नहीं फैलेगा। कुछ लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं।शासनादेश के तहत ही निर्माण कराया जाएगा। वेद सिंह चौहान, एसडीएम तिलहर 


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