कांवड़ यात्रा पर पाबंदी, नहीं माने तो होगी कार्रवाई
सभी मंदिर मठ के महंत व पुजारियों और प्रमुख लोगों से अपील करा ली जाए कि इस बार कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जाए। इसके बाद भी अगर लोग निकलते हैं तो कार्रवाई की जाए।
बरेली, जेएनएन : एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने जोन के अफसरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग की। मुख्य रूप से कांवड़ यात्रा को लेकर निर्देश दिए। कहा कि सभी मंदिर, मठ के महंत व पुजारियों और प्रमुख लोगों से अपील करा ली जाए कि इस बार कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जाए। इसके बाद भी अगर लोग निकलते हैं तो कार्रवाई की जाए।
नौ जिलों के एसएसपी, एसपी और सीओ स्तर के अफसरों से एडीजी ने कहा कि कांवड़यात्रा की संभावना को सामने रखते हुए पुलिस के इंतजाम चौकस रखे जाएं। मंदिर, घाट और रास्तों में फोर्स तैनात रखा जाए। जहां भी शारीरिक दूरी, मास्क इत्यादि के नियमों को लेकर उल्लंघन होता पाएं, कार्रवाई कराएं। एडीजी ने सभी थानों में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के भी निर्देश दिए। अनलॉक वन में लूटपाट की बढ़ती वारदातों पर नाराजगी जाहिर करते हुए रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने लूट, हत्या व डकैती की घटनाओं का जल्द राजफाश करने के लिए भी कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चेकिग के प्वाइंट बार-बार बदले जाएं। ताकि वारदातों पर लगाम लगाई जा सके। मीटिंग के दौरान उन्होंने रात्रि गश्त पर विशेष जोर दिया। कहा कि रात्रि गश्त जितनी तेज होगी, अपराध उतने ही कम होंगे। पुलिस के मूवमेंट से अपराधियों का हौसला पस्त होता है। मीटिग के दौरान जोन ऑफिस में डीआइजी राजेश कुमार पांडेय और अपने-अपने जिलों जोन के एसएसपी, एसपी और सीओ मौजूद रहे। फैक्ट फाइल
- 280 जत्थों का जिले के पुलिस विभाग के पास है रिकॉर्ड
- 400 जत्थे अनुमानत: निकलते हैं सावन में
- 30-40 लोग शामिल होते हैं एक जत्थे में