शाहजहांपुर के मैदान से क्रिकेट कोच बनने तक का सफर, तमिलनाडु में इरफान पठान एकेडमी के कोच हैं अभिषेक
शाहजहांपुर के छोटे से कस्बा कांट के मैदान पर क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने वाले अभिषेक शर्मा ने भी आत्मबल की बदौलत असफलताओं को हराकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी इरफान पठान व उनके भाई यूसुफ पठान की क्रिकेट एकेडमी के हेड कोच तक का सफर तय कर लिया है।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर: आत्मविश्वास और आत्मबल की शक्ति से व्यक्ति हर बाधा को पार कर कोई भी मंजिल पा सका है। शाहजहांपुर के छोटे से कस्बा कांट के मैदान पर क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने वाले अभिषेक शर्मा ने भी आत्मबल की बदौलत असफलताओं को हराकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी इरफान पठान व उनके भाई यूसुफ पठान की क्रिकेट एकेडमी के हेड कोच तक का सफर तय कर लिया है।
बरेली जिले के बहेड़ी तहसील क्षेत्र के कनमन गांव निवासी किसान हरीश कुमार के आठ बच्चों में सबसे छोटे अभिषेक शर्मा महज तीन साल की उम्र से कांट थाना क्षेत्र के गढ़ी पूर्वी मुहल्ला निवासी अपने बहनोई संजीव मिश्रा के पास रहने चले आए थे।
क्रिकेट में करियर बनाने का उन्होंने बचपन से ही सपना देखा था। ऐसे में विनोबा भावे इंटर कालेज के मैदान पर क्रिकेट खेलने की शुरुआत की। वर्ष 2005 में बरेली में हुए मंडलीय क्रिकेट टूर्नामेंट में उन्होंने शाहजहांपुर की टीम की ओर से प्रतिभाग किया। उनकी टीम पहले ही मैच में टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
हालांकि अभिषेक ने तीन गेंदों पर दो चौकों की मदद से नौ रन बनाए थे। दो साल बाद बरेली में हुए अंडर 19 क्रिकेट टूर्नामेंट अभिषेक को फिर खेलने का मौका मिला। यहां भी उनकी टीम हार गई। लेकिन अभिषेक ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 47 रन बनाए थे। जिस वजह से क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव आनंद पाठक ने उन्हें कानपुर के कमला क्लब खेलने के लिए भेजा।
वर्ष 2012 में प्रदेश स्तरीय ट्रायल में प्रतिभाग किया लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। इसी तरह वर्ष 2014 में भी उन्हें मायूसी ही हाथ लगी। लेकिन उन्होंने हिम्मत हारने के बजाय वर्ष 2016 में लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान का हिस्सा बनकर आल इंडिया यूनिवर्सिटी तक का सफर तय कर लिया।
वर्ष 2019 में बंगाल लीग में अभिषेक ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 122 रन बनाए। 2021 में उन्होंने डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स कोचिंग का कोर्स पूरा किया। जिसके आधार पर एक जून 2022 को अभिषेक शर्मा का चयन तमिलनाडु के सेलम में स्थित क्रिकेट एकेडमी आफ पठान के हेड कोच के रूप में हुआ। जहां उन्होंने यूसुफ पठान से मुलाकात युवाओं को क्रिकेट की नयी उंचाइयों तक पहुंचाने को लेकर चर्चा की।