बेटी से बोला ट्रक चालक पुलिस करना चाहती है एनकाउंटर, फिर फोन पर मिली ये सूचना
जहानाबाद थाना क्षेत्र के गांव सियाबाड़ी पट्टी निवासी ट्रक चालक की उड़ीसा में मौत हो गई है। वहां की पुलिस ने एक्सीडेंट में मौत होना बताया है जबकि मृतक की बेटी ने हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
पीलीभीत, जेएनएन। जहानाबाद थाना क्षेत्र के गांव सियाबाड़ी पट्टी निवासी ट्रक चालक की उड़ीसा में मौत हो गई है। वहां की पुलिस ने एक्सीडेंट में मौत होना बताया है जबकि मृतक की बेटी ने हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि उसके पिता भगवान दास ने खुद उसे मोबाइल पर ये सूचना दी थी कि उसे उड़ीसा पुलिस ने पकड़ रखा है जाे उसका एनकाउंटर करना चाहती है।
पीलीभीत के भगवानदास ट्रक चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। वह विगत 11 सितंबर को गांव के ही राकेश, रंजीत व पड़ोस के गांव सिसैया निवासी गुड्डू के साथ झारखंड गए थे। झारखंड में जिला हजारी बाग में बरी नामक स्थान पर यह कहकर साथियों से अलग हो गए कि उन्हें उड़ीसा जाकर वहां एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का ट्रक चलाना है। मृतक ट्रक चालक की बड़ी बेटी कविता का कहना है कि विगत 15 सितंबर को मोबाइल पर उसके पिता ने फोन किया। तब वह बेहद घबराए हुए लग रहे थे।
उन्होंने फोन पर बताया था कि उड़ीसा में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया है। पुलिस उनका एनकाउंटर करना चाहती है। इसके अगले ही दिन पिता के ही मोबाइल नंबर से फिर कॉल आई। इस पर फोन वहां की पुलिस ने किया था। पुलिस ने बताया कि भगवानदास की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। उड़ीसा के जिला सुंदरगढ़ के थाना वीर मित्रपुर पुलिस का कहना है कि उड़ीसा-झारखंड के बॉर्डर पर हुए सड़क हादसे में ट्रक चालक की मौत हुई है। उसका शव सुरक्षित रखवा लिया गया है। मृतक के परिवार को फोन पर सूचना दे दी है।
इधर, थाना जहानाबाद के प्रभारी निरीक्षक हरीशवर्द्धन सिंह का कहना है कि ट्रक चालक की बेटी ने ही पहले एक्सीडेंट में भगवानदास की मौत होने की बात बताई। फिर बाद में उसने अपने पिता से फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो टेप भेजा है। इसमें जो बातें चालक कह रहा है, उससे संदेह हो रहा है। मामले की जांच करके रिपोर्ट एसपी को प्रेषित करेंगे। फिर जैसा उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
वायरल ऑडियो में पिता-पुत्री के बीच भावुक संवाद
ट्रक चालक भगवानदास की मौत से पहले उसका फोन बेटी कविता के पास आता है। उसमें वह बताता है कि उड़ीसा में पुलिस ने उसे पकड़ रखा है, ये लोग उसका एनकाउंटर करने की योजना बना रहे हैं। यह सुनकर बेटी रोने लगती है। वह कहती है कि पापा फिर हम लोग क्या करेंगे। तब भावुक होते हुए पिता कह रहा है कि गेहूं में डालने वाली दवा ले चुपचाप ले आना। परिवार में सबको खिला देना, जिससे फिर कोई नहीं रह जाएगा। ट्रक चालक के परिवार में दो बेटियां कविता व ज्योति तथा दो बेटे सुखदेव व सर्वेश हैं। पत्नी गीता देवी समेत सभी बच्चों को रो रोकर बुरा हाल है। भगवानदास अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था।