Indian Railways : काेराेना काल में मुसाफिराें को तरस रहा मुरादाबाद रेल मंडल का सबसे अधिक कमाई वाला स्टेशन, जानिए स्थिति
ndian Railways मुरादाबाद मंडल का सबसे अधिक राजस्व देने वाला स्टेशन बरेली जंक्शन ए श्रेणी में शामिल है। यहां 2019 तक जहां प्रतिदिन सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 17 हजार के आस-पास रहती थी। वह आज घटकर केवल 26 सौ में सीमित रह गई है।
बरेली, जेएनएन। Indian Railways : मुरादाबाद मंडल का सबसे अधिक राजस्व देने वाला स्टेशन बरेली जंक्शन ए श्रेणी में शामिल है। यहां 2019 तक जहां प्रतिदिन सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 17 हजार के आस-पास रहती थी। वह आज घटकर केवल 26 सौ में सीमित रह गई है। कोरोना संकट के चलते यात्रियों की संख्या कम हो गई। सभी रियायतें खत्म कर दी गई। पास भी सीमित हो गए। जिसका असर रेलवे की कमाई पर भी पड़ा है। एक जून से 27 जून के बीच यात्रियों की संख्या कोरोना से पहले 2019 की तुलना में काफी कम रह गई।
कोरोना से पहले वर्ष 2019 में जंक्शन अप्रैल माह में 484181 यात्रियों ने टिकट से, 770 ने एमएसटी से, 94 ने क्यूएसटी से सफर किया था। जिससे रेलवे को 3,90,85,744 रुपये का राजस्व मिला था। जबकि 2020 में पूर्ण लाकडाउन के चलते यह कमाई शून्य रही। वहीं 2021 अप्रैल में यह 18,322 यात्रियों से केवल रेलवे ने 25,90,474 रुपये का राजस्व मिला।
मई 2019 की बात करें तो 5,19,980 यात्रियों ने टिकट, 804 ने एमएसटी, 67 ने क्यूएसटी से सफर किया। जिससे रेलवे को 4,46,84,234 रुपये का राजस्व मिला। जबकि 2020 मई में यह शून्य रहा। मई 2021 में लाकडाउन के दौरान रेल संचालन जारी रहा। हालांकि सीमित संख्या में ही यात्री स्पेशल ट्रेनें चलाई गई। मई माह में 2682 यात्रियों से टिकट से सफर किया। जिससे रेलवे को 446393 रुपये का राजस्व मिला।
बीते एक महीने में आक्यूपेंसी 20 से 100 फीसदी पहुंची
कोरोना का असर कम होते ही उन ट्रेनों में मारामारी शुरू हो गई, जहां के लिए पिछले 20 दिन पहले तक पूरी सीट भी नहीं भर पा रही थी। सबसे अधिक मारामारी लखनऊ व दिल्ली के साथ ही मुंबई रूट के लिए है। सबसे ज्यादा आक्यूपेंसी दिल्ली रूट के लिए 100 फीसदी है।
स्पेशल ट्रेन के नाम पर लिया जा रहा बढ़ा किराया
रेलवे वर्तमान में चल रही ट्रेनों को स्पेशल, कोविड स्पेशल, त्योहार स्पेशल के नाम से चला रहा है। इन सभी ट्रेनों में स्पेशल टिकट के नाम पर हर टिकट पर 20 से 25 फीसदी तक अधिक किराया लिया जा रहा है। आमदनी बढ़ाने के लिए पैसेंजर ट्रेनों में भी मेल व एक्सप्रेस का किराया लागू किया गया है।