Indian Railway : खाली जमीन के जरिए रेलवे देगा हरियाली का संदेश, बनाएगा ग्रीनलैंड, शुरु की कवायद
घटती हरियाली को देखते हुए रेलवे ने हरियाली के संरक्षण को लेकर खुद भी मुहिम शुरू की है। इसमें रेलवे ने इज्जतनगर रेल मंडल के बरेली सिटी कासगंज और टनकपुर में एक-एक विशाल नर्सरी को तैयार किया है।
बरेली, अंकित शुक्ला।घटती हरियाली को देखते हुए रेलवे ने हरियाली के संरक्षण को लेकर खुद भी मुहिम शुरू की है। इसमें रेलवे ने इज्जतनगर रेल मंडल के बरेली सिटी, कासगंज और टनकपुर में एक-एक विशाल नर्सरी को तैयार किया है। जिसमें सैकड़ों प्रजाति के छोटे-बड़े फलदार, छायादार और फूलदार पौधे तैयार की है। रेलवे का कहना है कि ट्रैक के किनारे हजारों एकड़ भूमि खाली है। उस भूमि को ग्रीनलैंड के रूप में तैयार किया जाएगा। इसके अलावा कुछ जगह ऐसी हैं, जो रेल ट्रैक से दूर हैं। खाली पड़ी हैं। उस भूमि को भी इमरती लकड़ी वाले पौधे लगाकर ग्रीनलैंड के रूप में विकसित किया जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे का इज्जतनगर मंडल अपनी खाली पड़ी हजारों एकड़ जमीन पर ग्रीनलैंड तैयार करने जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग जोन और सेक्टर में ग्रीनलैंड बनाने में अपनी ही नर्सरी में तैयार किए गए पौध रोपित किए जाएंगे। मंडल रेल प्रबंधक दिनेेेेेेश कुमार सिंह ने सबसे अधिक प्रदूषण रोकने व अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधों को वरियता देने को कहा है। इज्जतनगर रेल मंडल की अपनी तीन नर्सरी बरेली सिटी, कासगंज और टनकपुर में है। रोपित किए जाने वाले पौधों की देखरेख भी रेलवे कर्मचारी करेंगे।
शुरुआत में रेलवे 1.75 लाख पौधा अपनी खाली जमीन पर रोपित करेगा। इसके बाद दूसरे चरण में कुल 3.30 लाख पौधों के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। इसके बाद भी अगर जमीन शेष बचती है तो वन विभाग को पौधा रोपित करने के लिए जगह देने की भी तैयारी है। रेलवे अपनी नर्सरी में यह पौधे कर रहा तैयार आम, पीपल, बरगद, जामुन, शागौन, नीम, कनेर, कैक्टस, शीशम, गुलाब, चंपा, चमेली, नींबू, बेल, करौदा, अनार, पपीता, यूकेलेप्टिस, अशोक, गार्डन में लगाने वाले 100 से अधिक प्रजाति के पौधे रेल नर्सरी में तैयार कर रहा है।
रेलवे बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर काफी गंभीर हैं। इसकी रोकथाम के लिए डीआरएम के निर्देश पर मंडल की खाली पड़ी जमीन पर ग्रीनलैंड तैयार किया जाना है। इसके लिए मंडल अपनी तीन नर्सरी में पौधा तैयार कर रहा है। - राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी इज्जतनगर मंडल