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START UP : रुविवि में इंक्यूबेशन सेल से पढ़ाई के साथ छात्रों के उद्यमिता की ओर बढे़गे कदम, Bareilly News

रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अब विश्वविद्यालय उन्हें पढ़ाई के साथ उद्यमिता की तरफ भी बढ़ाएगा। छात्र पढ़ाई के साथ ही अपना खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकेंगे।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:44 AM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 01:52 PM (IST)
START UP : रुविवि  में  इंक्यूबेशन सेल से पढ़ाई के साथ छात्रों के उद्यमिता की ओर बढे़गे कदम, Bareilly News
START UP : रुविवि में इंक्यूबेशन सेल से पढ़ाई के साथ छात्रों के उद्यमिता की ओर बढे़गे कदम, Bareilly News

हिमांशु मिश्र, बरेली :  रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अब विश्वविद्यालय उन्हें पढ़ाई के साथ उद्यमिता की तरफ भी बढ़ाएगा। छात्र पढ़ाई के साथ ही अपना खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकेंगे। स्टार्टअप शुरू करने के लिए आखिरी सेमेस्टर में छात्र को उपस्थिति में छूट भी प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए एक इंक्यूबेशन सेल का भी गठन होगा।

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आखिरी सेमेस्टर की पढ़ाई में मिलेगी छुट्टी 

छात्रों में उद्यमिता की सोच विकसित हो और वह रोजगार के पीछे भागने की बजाय उद्यमिता की तरफ बढ़ें इसके लिए रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने शानदार पहल की शुरुआत की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है कि ऐसे छात्रों को आखिरी सेमेस्टर की पढ़ाई में हाजिरी से छूट दी जाएगी जो स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं। अभी तक यह सुविधा ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (गेट) या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को दी जाती थी। डीन प्रो. एसके पांडेय ने बताया कि अगले साल जो छात्र अंतिम सेमेस्टर में होंगे वह इसका लाभ उठा सकेंगे।

मेंटरशिप भी मिलेगी, कार्यशालाएं आयोजित होंगी

प्रो. एसके पांडेय के मुताबिक विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रओं में फिलहाल स्टार्टअप को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाएगा। छात्रों के लिए कार्यशालाएं आयोजित होंगी। निवेशकों, तकनीकी विशेषज्ञों को बुलाकर उन्हें मेंटरशिप प्रदान की जाएगी।

इंक्यूबेशन क्लब का होगा गठन, बनेगी स्टार्टअप नीति

प्रो. एसके पांडेय ने बताया कि छात्रों को स्टार्टअप के लिए एकेडमिक्स छूट का प्रावधान कर दिया गया है। अब स्टार्टअप को लेकर विश्वविद्यालय में नीति तैयार की जाएगी। इंक्यूबेशन सेल का भी गठन होगा ताकि छात्र को हर तरह की सुविधाएं क्लब में मिल सकें। प्रो. पांडेय के मुताबिक इसके लिए कई इन्वेस्टमेंट कंपनियों, एंजल नेटवर्क से संपर्क किया जा रहा है। अन्य विश्वविद्यालयों की नीतियों का भी अध्ययन किया जा रहा है।


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