निष्क्रिय पदाधिकारी बर्दाश्त नहीं
बरेली : सपा आलाकमान की ओर से लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके ह
बरेली : सपा आलाकमान की ओर से लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी ज्यादातर पदाधिकारी निष्क्रिय हैं। ऐसे नेता या तो अपनी सक्रियता बढ़ाएं या अपना पद छोड़ दें। जिससे पार्टी नीतियों को जनता तक ले जाने वाले कार्यकर्ताओं को शामिल कर कुशल टीम बनाई जा सके। यह चेतावनी सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव ने मासिक बैठक में दी।
मिशन कंपाउंड स्थित पार्टी कार्यालय में बुधवार को समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक हुई। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से लोस चुनाव के लिए मतदाता सूची में संशोधन शुरू कर दिया गया है। ऐसे में पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वह घर-घर जाकर क्षेत्र के मतदाताओं के वोट बनवाएं। पार्टी के अभियानों में शामिल न होने वाले पदाधिकारी संगठन से स्वयं ही खुद को अलग कर लें, जिससे दूसरों को मौका दिया जा सके। महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद ने बूथ लेबल एजेंट बने कार्यकर्ताओं को ज्यादा जिम्मेदार बताया। कहा यह लोग अगर ईमानदारी से वोट बनवाने का काम करें तो निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव में पार्टी भाजपा को सबक सिखाएगी। बैठक का संचालन हैदर अली ने किया। इस मौके पर कुंवर सिद्धराज सिंह, प्रमोद यादव, इल्यास अंसारी, सत्येंद्र यादव, दीपक शर्मा, गुरु प्रसाद काले, भारती चौहान, नवाब अयूब हसन, लेखराज मौर्य, रविंद्र श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
दस लाख का मुआवजा दिया जाए
सपा जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया। कहा कि जिला प्रशासन ने गांव कुडरिया इखलासपुर में भूख से नेमचंद की मौत होने के बाद भी हठधर्मिता से उसकी जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया। यह बेहद दुखद है। ठंड और भूख से मरने वालों के परिजनों को दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।