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बरेली में सीबीएसई बोर्ड के 7400 छात्र बिना परीक्षा दिए ही हो जाएंगे प्रमोट, छात्र बोले- स्वमूल्यांकन के लिए परीक्षा जरूरी

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। वहीं 12वीं की परीक्षाओं को आगे के लिए टाल दिया गया है।अब 10वीं के छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 11:38 AM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 11:38 AM (IST)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा लिए गए निर्णय के बाद छात्रों और अभिभावकों में रही ऊहापोह की स्थिति।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। वहीं 12वीं की परीक्षाओं को आगे के लिए टाल दिया गया है। इसके लिए आगे तारीख तय की जाएगी। अब 10वीं के छात्रों को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। सीबीएसई की ओर से लिए गए इस फैसले के बाद छात्र और अभिभावक देर शाम तक उहापोह की स्थिति में बने रहे। हाइस्कूल के मेधावी छात्रों ने इस पर मायूसी जताते हुए कहाकि स्वमूल्यांकन के लिए परीक्षा जरूरी होती है। वहीं इंटरमीडिएट के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर फर्क पड़ने की बात कह रहे हैं।

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जिले में सीबीएसई बोर्ड के हाइस्कूल के 7400 जबकि इंटरमीडिएट के 6900 छात्र पंजीकृत हैं। बुधवार को जब सीबीएसई बोर्ड की ओर से हाइस्कूल की परीक्षा रद्द करने की बात सामने आई तो अभिभावकों ने स्कूल के प्रिंसिपलों और शिक्षकों से इसकी जानकारी लेनी शुरू की। इस पर बताया गया कि हाइस्कूल की परीक्षा रद्द कर सभी छात्रों को प्रमोट किया जाएगा। इसमें इंटरनल एसेसमेंट को प्रमुखता दी जाएगी। इसके अलावा छात्रों के 9वीं के परफार्मेंस को भी देखा जा सकता है। इसके अलावा अगर छात्र प्रमोशन से संतुष्ट नहीं होगे तो उन्हें परीक्षा के लिए भी मौका दिया जा सकता है। वहीं 12वीं के छात्रों की परीक्षा सिर्फ आगे बढ़ाई गई हैं। बता दें कि इससे पहले सीबीएसई की परीक्षाएं चार मई से शुरू होकर 10 जून तक चलनी थीं।

मौका समझ कर आगे की तैयारी करें छात्र

सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर वी के मिश्रा ने बताया कि अचानक आया यह निर्णय थोड़ा चौंकाने वाला है। लेकिन यह छात्रों के लिए हित में है। सभी स्कूल परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह तैयार थे। स्कूल में काफी स्थान था और कुछ बच्चों की परीक्षा आसानी से हो सकती थी। लेकिन सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों के स्वास्थ्य और परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया है। कक्षा दस के छात्र अब 11वीं में प्रवेश करेंगे। छात्र इससे उत्साहित न हों वह इसे अवसर समझ कर 11वीं और 12वीं की तैयारी मेंं जुट जाएं, जिससे भविष्य में लाभ मिल सके। कक्षा 12वीं का एग्जाम आगे बढ़ना थोड़ा परेशानी में डाल सकता है। वह इस एग्जाम के बाद देश विदेश के अलग अलग विश्वविद्यालय के लिए प्रयास करते हैं। ऐसे में उन्हें एंट्रेंस में दिक्कत आ सकती है। इसके लिए जल्द ही आगे निर्णय लिया जाएगा। सभी विद्यालय हमेशा छात्रों के लिए तैयार हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।


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