जीतेगी नहीं तो क्या हुआ सर... बच्चे हैं, थोड़ा घूम ही आएंगे Bareilly News
अगस्त के पहले सप्ताह में राज्य स्तरीय सब जूनियर फुटबाल प्रतियोगिता प्रस्तावित है। इसके लिए 22 जुलाई को जिला और 23 जुलाई को मंडलीय ट्रायल हुए।
बरेली, जेएनएन : खेल विभाग को नियम-कायदे और मेडल से ज्यादा खिलाडिय़ों को सैर-सपाटा कराने की चिंता रहती है। पीलीभीत और बदायूं ने इसीलिए कम और ज्यादा उम्र के खिलाडिय़ों का जिला स्तर पर चयन कर मंडलीय फुटबाल ट्रायल देने भेज दिया। आयु प्रमाण पत्र की जांच में दोनों जिलों के करीब 25 खिलाड़ी ट्रायल से बाहर किए गए।
अगस्त के पहले सप्ताह में राज्य स्तरीय सब जूनियर फुटबाल प्रतियोगिता प्रस्तावित है। इसके लिए 22 जुलाई को जिला और 23 जुलाई को मंडलीय ट्रायल हुए। खिलाड़ी अधिक होने से ट्रायल का समय बढ़ा दिया गया। बुधवार को बदायूं और पीलीभीत जिलों से जो खिलाड़ी पहुंचे। उसमें किसी की उम्र 12 साल तो किसी की 17-18 साल थी। उन्हें ट्रायल देने से रोक दिया गया। जिला खेल विभाग से अपात्र खिलाड़ी भेजने पर नाराजगी जताई गई। एक कोच ने तो चयन समिति से यहां तक कह दिया कि सर बच्चे हैं, इसलिए भेज दिया कि घूम आएंगे। ट्रायल के दौरान आरएसओ विजय कुमार, उप-क्रीड़ा अधिकारी शमीम अहमद, फुटबाल संघ के सचिव मून रॉबिंसन आदि मौजूद रहे।
28 को होगा फाइनल ट्रायल
बुधवार के ट्रायल से करीब 20 खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। संख्या अधिक होने से अब अंतिम ट्रायल 28 जुलाई को स्पोट्र्स स्टेडियम में होगा।
कुछ खिलाडिय़ों की उम्र अधिक थी। इसलिए उन्हें ट्रायल देने से रोक दिया गया। क्योंकि फेडरेशन आयु प्रमाण पत्र और आधार कार्ड दोनों मांगती है। सर... बच्चे हैं घूम आएंगे, इसलिए भेज दिया ट्रायल को Bareilly News