टीबी के मरीज की सूचना नहीं दी तो निरस्त होगा पंजीकरण Bareilly News
केंद्र सरकार की मंशा वर्ष 2025 तक देश से टीबी के खात्मे की है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग तमाम योजनाएं चला रहा है।
जेएनएन, बरेली : केंद्र सरकार की मंशा वर्ष 2025 तक देश से टीबी के खात्मे की है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग तमाम योजनाएं चला रहा है। टीबी के मरीजों को पोषण के लिए व मरीज की सूचना देने वाले तक को रुपये दिए जा रहे हैं। अब सरकार ने टीबी के मरीजों की सूचना नहीं देने वाले अस्पतालों का पंजीयन निरस्त करने को कहा है। नए पंजीयन भी इस शर्त को पूरा करने पर ही दिए जाएंगे।
मौजूदा समय में प्रति एक लाख में औसतन 273 टीबी के मरीज दर्ज किए गए हैं। आने वाले छह सालों में यह संख्या 44 मरीज किए जाने के प्रयास हैं। टीबी की रोकथाम को अस्पताल आने वाले मरीजों को एक महीने की दवा और पांच सौ रुपये भत्ता भी दिया जाता है।
घर जाने के बाद टीबी के मरीज ठीक से दवा नहीं खाते। इसी कारण उनकी बीमारी ठीक नहीं हो पा रही है। कई प्राइवेट डॉक्टर टीबी के मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे रहे हैं। इस कारण कई रोगी गणना से बाहर है। अब शासन ने टीबी के रोगियों की सूचना नहीं देने वाले प्राइवेट डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।
कोई भी नया अस्पताल इस शर्त के शपथ-पत्र के बिना पंजीकृत नहीं किए जाने को भी कहा है। सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया कि टीबी के मरीजों की सूचना नहीं देने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर कार्रवाई हो सकती है। नए अस्पताल इसी शर्त के साथ खुलेंगे।