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संक्रमण ने पसारे पांव, आपातस्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा

हर रोज तेजी से बढ़ रहे संक्रमण ने अब डराना शुरू कर दिया है। एक दिन में 50 दो दिन में 100 और पांच दिन में तकरीबन दो सौ केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग चिता में है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 02:20 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:01 AM (IST)
संक्रमण ने पसारे पांव, आपातस्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा
संक्रमण ने पसारे पांव, आपातस्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा

बरेली, जेएनएन : हर रोज तेजी से बढ़ रहे संक्रमण ने अब डराना शुरू कर दिया है। एक दिन में 50 दो दिन में 100 और पांच दिन में तकरीबन दो सौ केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग चिता में है। संक्रमितों में अधिकतर बिना लक्षण वाले लोग हैं, लेकिन अगर इसी तरह लगातार केस निकलते थे तो उन्हें भर्ती करने के लिए और व्यापक इंतजाम करने होंगे। अब तक बिथरी और रेलवे अस्पताल में ही संक्रमितों को रखा जा रहा था। लेकिन संख्या बढ़ने के साथ कोविड एल-2 मेडिकल कालेजों में भी बिना लक्षण वाले मरीज रखे गए हैं। अब तीन सौ बेड अस्पताल को पूरी तरह से कोविड अस्पताल बनाने समेत अन्य कई तैयारी की जा रही है। अब तक यह है व्यवस्था

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कोविड-19 की शुरुआत में की गई व्यवस्थाओं को ही बीच बीच में अपग्रेड किया जाता रहा है। बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए अब तक चालू हालत में कोविड एल-1 बिथरी और रेलवे अस्पताल की ही व्यवस्था थी। लेकिन अचानक मरीज बढ़ने से कोविड एल-2 के रूप में चिन्हित जिले के तीन मेडिकल कालेजों में भी बिना लक्षण वाले मरीजों को रखा गया है। इस समय कुल सक्रीय केस 267 हैं। इनमें से बिथरी में 30, रेलवे अस्पताल में 56 मरीज ही हैं। बाकी सभी मेडिकल कालेजों में ही भर्ती किए गए हैं। तीन सौ बेड का कोविड केयर नहीं कर पाए शुरू

करीब दस पहले तीन सौ बेड अस्पताल में बने क्वारंटाइन सेंटर को खाली कर वहां पर कोविड केयर सेंटर बनाने की तैयारी की गई थी। लेकिन यहां अब तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। सोमवार को वहां की हालत देख लगा कि अभी कुछ दिन और उसमें सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने में लग जाएगा। इसे लेकर कोविड-19 के प्रभारी ने काफी नाराजगी भी व्यक्त की है। अब तीन सौ बेड में बने क्वारंटाइन सेंटर को आसरा योजना के लिए भवन में शिफ्ट करने की बात चल रही है। जिससे इस पूरे परिसर को कोविड अस्पताल बनाया जा सके। ऐसा होने पर यहां तीन सौ बेड की व्यवस्था हो जाएगी। चिकित्सकों, कर्मियों का पड़ेगा टोटा

संक्रमितों की बढ़ती संख्या के साथ ही नए कोविड अस्पताल, क्वारंटाइन व कोविड केयर सेंटर बनाने की योजना चल रही है। एक विभागीय अधिकारी ने बताया कि विभाग के सामने एक और चुनौती आने वाली है। वह होगी कर्मचारियों और चिकित्सकों की।जो चिकित्सक कोविड-19 की ड्यूटी कर चुके हैं। वह अब यह ड्यूटी नहीं करना चाहते। इसके अलावा फार्मासिस्ट, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी दिक्कत सामने आएगी। तो क्या शासन को भेजी थी गलत रिपोर्ट

जिले में जिन अस्पतालों, मेडिकल कालेजों को कोविड एल-2 बनाया गया है। वहां जैसे जैसे संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। वहां के संरक्षक, संस्था प्रमुख दबी जुबान हाथ खड़े कर रहे हैं। हवाला दे रहे हैं कि बेड तो जितने बताए गए थे उपलब्ध करा दिए जाएंगे, लेकिन स्टाफ कहां से लाएं। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिता और बढ़ गई है। सवाल भी किया गया कि जब शासन को रिपोर्ट भेजी थी तब तो स्टाफ की उपलब्धता पर्याप्त बताई थी। आंकड़ों में समझिए अब तक के संक्रमण की स्थिति

कुल केस - 466

सक्रिय केस - 267

हर रोज आ रहे - 20-50

अब तक स्वस्थ्य - 182

अब तक मौत - 17

अब तक सैंपलिग - 9021

शहर में कुल संक्रमित - 244 वर्जन

संक्रमितों की संख्या बढ़ने से बेड का और इंतजाम किया जा रहा है। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लगातार मंथन चल रहा है। बिथरी और रेलवे अस्पताल भर चुका है। मेडिकल कालेजों में संक्रमित भर्ती किए गए हैँ। तीन सौ बेड अस्पताल में कोविड अस्पताल जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है।

- डॉ. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी


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