Health : टीबी के खिलाफ चलेगा अभियान, बरेली में 10 लाख लोगों की होगी स्क्रीनिंग
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक महीने के अभियान की शुरुआत राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिये की थी। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अभियान में टीबी एचआइवी और डायबिटीज स्क्रीनिंग की जाए।
बरेली, जेएनएन। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी हारेगा, देश जीतेगा-एक्टिव केस फाइंडिंग(एसीएफ)अभियान के तहत दूसरे चरण में 26 जनवरी तक अभियान चलेगा। शुक्रवार को एनआइसी भवन में डीएम नितीश कुमार, एडी डॉ. एसपी अग्रवाल, सीएमओ डॉ. सुधीर कुमार गर्ग, डीटीओ जिला क्षय अधिकारी डॉ. कैलाश चंद्र जोशी मौजूद थे।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक महीने के अभियान की शुरुआत राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिये की थी। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अभियान में टीबी, एचआइवी और डायबिटीज स्क्रीनिंग की जाए। इसके लिए तय जनसंख्या को पूरा करने के लिए घर-घर जाएं। जिला क्षय अधिकारी डॉ कैलाश चंद्र जोशी ने बताया कि अभियान को तीन चरणों में बांटा गया है।
पहला चरण : 26 दिसंबर से एक जनवरी 2021 तक चल चुका है। इसमें जिले के एक अनाथालय, दो वृद्धाश्रम, दो नारी निकेतन, एक बाल संरक्षण गृह, मदरसा एवं जिला जेल और सेंट्रल जेल के लगभग पांच हजार कैदियों की क्षय रोग और कोविड-19 की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
दूसरा चरण : इस चरण में दो से 12 जनवरी तक शहरी एवं ग्रामीण बस्ती एवं हाई रिस्क जनसंख्या पर एचआइवी , डायबिटीज एवं टीबी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसमें आशा कार्यकर्ता, आगंनबाड़ी कार्यकर्ता, एसीएफ के अधिकारी घर-घर जाकर शहरी, ग्रामीण बस्ती एवं हाई रिस्क जनसंख्या पर एचआइवी , डायबिटीज एवं टीबी की स्क्रीनिंग करेंगी।
तीसरा चरण : इस चरण में 13 से 25 जनवरी तक जनपद के निजी चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हेंं टीबी की जानकारी दी जाएगी। जिला क्षय अधिकारी डॉ कैलाश चंद्र जोशी ने बताया कि इस अभियान में 408 टीमें और 80 सुपरवाइजर कार्य करेंगे। एक माह के अभियान में जनपद की 20 फीसद जनसंख्या (करीब 10 लाख की आबादी) की स्क्रीनिंग होगी।