मतगणना करीब मगर पूरे नहीं हो सके इंतजाम
जेएनएन बरेली सरकारी कंपनी बीएसएनएल के पास मतगणना स्थल पर इंटरनेट देने के लिए केबल ही नहीं
जेएनएन, बरेली : सरकारी कंपनी बीएसएनएल के पास मतगणना स्थल पर इंटरनेट देने के लिए केबल ही नहीं है। जिसकी वजह से मतगणना स्थल पर उसने टेलीफोन और इंटरनेट की सुविधा देने से इन्कार कर दिया है। जबकि अधिकारियों ने ज्यादा खर्च से बचने के लिए प्राइवेट कंपनियों की बजाय बीएसएनएल को इंटरनेट की सुविधा देने के लिए पत्र लिखा था।
मतगणना स्थल पर सर्विस वोटर बैलेट पेपर के लिए जहां 30 कंप्यूटर लगने हैं। जिसमें स्कैनर के साथ कंप्यूटर आपरेटर तैनात होंगे। वहीं एनआईसी सेंटर भी बनाया गया है। जो हर चरण की मतगणना को आनलाइन अपडेट करेगा। इसके साथ अधिकारियों को भी मतगणना डाटा की फीडिंग करनी होगी। ऐसे में इंटरनेट की सुविधा करने के लिए चुनाव आयोग ने निर्देश दिए थे लेकिन बीएसएनएल के इंकार के बाद अब अधिकारी प्राइवेट कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं।
पीडब्लूडी बनाएगा टेबल व्यवस्था
मतगणना हाल में किस तरह से टेबल व्यवस्था की जाएगी। इसका खाका पीडब्लूडी बनाएगा। इसके बाद उसे स्वीकृति के लिए आयोग को भेजा जाएगा। टेबल व्यवस्था में बदलाव वीवीपैट के कैशियर रुम की वजह से करना पड़ा है। पहले जो टेबल व्यवस्था बनाई गई थी। उसमें कैशियर रुम का प्रावधान नही था लेकिन आयोग के निर्देश के बाद अब कैशियर रुम भी बनाना है। जिसकी वजह से अब पीडब्लूडी इसे बनाएगा। जबकि पहले मतगणना हाल में दोनों तरफ सात सात टेबल लगाने और एक तरफ दोनों टेबल के बीच में एआरओ की टेबल की व्यवस्था की गई थी। मतगणना हाल तक बैरीकेटिंग के माध्यम से रास्ता बनाया गया था। जिससे ईवीएम को लेकर आना था।
इंटरनेट की सुविधा के लिए आठ मई को बीएसएनएल को पत्र लिखा गया था। बीएसएनएल के अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो केबल न होने की वजह से इंटरनेट कनेक्शन देने से इंकार कर दिया।
-देवेंद्र शर्मा, सहायक निर्वाचन अधिकारी