सरकार ने खोजा एंड्रायड का विकल्प अब टेबलेट से सेल्फी के जरिए लगेगी गुरुजी की हाजिरी
एंड्रायड फोन न होने का बहाना प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने खूब बनाया है अब सरकार प्रत्येक प्रधानाध्यापक के लिए एक टेबलेट की व्यवस्था करने जा रही है।
बदायूं , जेएनएन। योगी सरकार का बेसिक शिक्षा पर खास फोकस है। परिषदीय शिक्षा में गुणात्मक सुधार कैसे हो इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास करने में जुटी है। विद्यालयों से अक्सर गायब रहने या फिर समय से न पहुंचने वाले शिक्षकों की दिक्कत जल्द ही बढ़ने वाली है। उन्हें निर्धारित समय पर एक सेल्फी के जरिये अपनी उपस्थिति विभाग के पोर्टल पर नियमित रूप से दर्ज करानी होगी। एंड्रायड फोन न होने का बहाना प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने खूब बनाया है, अब सरकार प्रत्येक प्रधानाध्यापक के लिए एक टेबलेट की व्यवस्था करने जा रही है। जनपद में भी इसकी विभागीय स्तर पर प्रक्रिया तेजी से चल रही है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही प्रधानाध्यापकों के हाथों में यह टेबलेट पहुंच जाएंगे।
योगी सरकार का ध्यान वर्षों से पटरी से उतरी चल रही बेसिक शिक्षा को लाइन पर लाने का रहा। इसके लिए शासन ने प्रेरणा एप से जोड़ने के लिए आदेश जारी किया जिसका व्यापक स्तर पर शिक्षकों ने विरोध किया। शासन के समक्ष शिक्षक संगठनों ने अपनी कुछ व्यवहारिक कठिनाइयों को रखा, जिनपर शासन ने गंभीरता से विचार करते हुए सुधार का भरोसा दिलाया।
शासन की मंशा यह है कि शिक्षक यदि समय से विद्यालय पहुंचेंगे तो निश्चित तौर पर सकारात्मक परिणाम भविष्य में सामने आएंगे। शासन ने शिक्षकों के समय से विद्यालय पहुंचने के मुख्य बिंदु को अपने एजेंडे से अलग नहीं किया और शिक्षकों के तर्क को कि सेल्फी द्वारा उपस्थिति के लिए सभी के पास एंड्रायड फोन नहीं है तो सरकार ने कहा कि इस बात के लिए चिंता न करें, सरकार उन्हें खुद ही टेबलेट उपलब्ध कराएगी।
उस समय शिक्षक संगठनों को यही लग रहा था कि पूरे प्रदेश के विद्यालयों को सरकार टेबलेट उपलब्ध करा पाएगी यह मुश्किल ही होगा, मगर सरकार ने एक बजट देकर टेबलेट जल्द उपलब्ध कराने का रास्ता साफ कर दिया। विभागीय सूत्राें के अनुसार जिले में टेबलेट और उसके नेटवर्क की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
प्रक्रिया शुरू हुई थी, पिछले नवंबर माह में ही टेबलेट आने थे, लेकिन अभी शासन से नहीं मिल सके हैं। शासन स्तर पर प्रक्रिया चल रही है, जिले को आवंटित हो जाने पर वितरण कर शासन की मंशा के अनुरूप क्रियान्वयन कराया जाएगा। - रामपाल सिंह राजपूत, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी