हाइटेक तरीके से पढ़ाने में गुरुजी फिसड्डी साबित, नहीं करवा पाए दीक्षा एप डाउनलोड
कोविड काल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन मोड पर कई तरीके से इजाद किए। इनमें से दीक्षा एप प्रमुख है। बच्चों को पढ़ाने के लिए बेस्ट वीडियो अपलोड किए गए हैं।
बरेली, जेएनएन। कोविड काल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन मोड पर कई तरीके से इजाद किए। इनमें से दीक्षा एप प्रमुख है। बच्चों को पढ़ाने के लिए बेस्ट वीडियो अपलोड किए गए हैं। निर्देश दिए गए थे कि हर शिक्षक 10 छात्र या अभिभावकों को इसे मोबाइल पर डाउनलोड करवाएगा। लेकिन राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से जारी 65 जिलों की सूची में बरेली के आंकड़े अच्छे नहीं है। यहां 10,563 शिक्षकों में से सिर्फ 146 (0.1 फीसद) ने अब तक रुचि दिखाई है। इस पर महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को आसानी से ऑनलाइन सिस्टम से पढ़ाने के लिए दीक्षा एप तैयार किया है। इसमें कोर्स से जुडे ऑडियो-वीडियो भी हैं। राज्य परियोजना निदेशालय ने निर्देश दिए थे कि प्रत्येक शिक्षक कम से कम 10-10 छात्रों अथवा अभिभावकों को इसे डाउनलोड करवाएं। लेकिन अभी तक बरेली में सिर्फ 146 शिक्षक ही यह लक्ष्य पूरा कर पाए हैं।
दीक्षा एप से आसानी से कर सकते हैं पढ़ाई
भुता ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय शिवनगर के सहायक अध्यापक अनुज शर्मा बताते हैं कि दीक्षा एप ऑनलाइन पढ़ाई का अच्छा माध्यम है। इस पर कक्षा एक से 12वीं तक एनसीईआरटी की ई-बुक उपलब्ध है। विषय को सरल तरीके से पढ़ाने के ऑडियो-वीडियो हैं। बच्चे और अभिभावक इस एप की मदद से किताबों पर लगे बार कोड को स्कैन करते ही उससे जुड़ा ई-कंटेंट ऑडियो, वीडियो भी देख सकते हैं।
क्या कहना है बीएसए का
बीएसए विनय कुमार का कहना है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को दो दिन में एप डाउनलोड का लक्ष्य पूरा करने का मौका दे दिया। सोमवार को इसकी समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।