नेताओं के फोन न उठाने पर शासन हुआ सख्त, अफसरों को जारी किए ये... निर्देश Bareilly News
अब जनप्रतिनिधियों से अगर अधिकारियों ने गुस्ताखी की तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। शासन ने इसके लिए सभी डीएम को निर्देश जारी किए हैं।
जेएनएन, बरेली : अब जनप्रतिनिधियों से अगर अधिकारियों ने गुस्ताखी की तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। शासन ने इसके लिए सभी डीएम को निर्देश जारी किए हैं। जिले के जनप्रतिनिधियों ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक में यह शिकायत की थी कि कई अफसर न तो उनका फोन उठाते हैं और न ही उन्हें कार्यक्रमों की जानकारी दी जाती है। इस पर प्रभारी मंत्री ने भी नाराजगी जताई थी। अब शासन ने निर्देश दिए हैं कि अगर प्रोटोकाल के अनुसार अधिकारी आचरण नहीं करते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी।
दरअसल जनप्रतिनिधियों ने विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति की बैठक में यह मामला उठाया था। उनकी शिकायत थी कि अधिकारी प्रोटोकाल के तहत आचरण नहीं करते हैं। इस पर विधान परिषद सभापति ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद प्रमुख सचिव जेपी सिंह ने निर्देश जारी करते हुए डीएम, कमिश्नर और एसएसपी से कहा है कि वे अफसरों को निर्देश कर दें।
डीएम ने जताई थी नाराजगी: डीएम ने अभी कुछ दिन पहले इस बात पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि जनप्रतिनिधि जो प्रार्थना पत्र देते हैं। उसकी अनुपालन आख्या मुङो तो उपलब्ध कराई जाती है लेकिन जनप्रतिनिधियों को नहीं। इस पर निर्देश दिए थे कि अनुपालन आख्या जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराएं।
अधिकारी नहीं उठाते हैं फोन: पिछले दिनों जब समीक्षा बैठक हुई थी तो जनप्रतिनिधियों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी की शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि उनको फोन करो तो वह फोन भी नहीं उठाती है। इसके साथ वह जानकारी भी नहीं देती हैं। जनप्रतिनिधियों ने यह भी शिकायत की थी कि कई कार्यक्रमों का शिलान्यास हो जाता है लेकिन उन्हें जानकारी ही नहीं होती है। पिछले दिनों जब वित्तमंत्री ने पूर्व डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह को फोन किया तो उन्होंने पहले फोन नहीं उठाया। फिर 18 घंटे बाद कॉलबैक की।