गुरु स्वाति ऐंद्र योग में पधारेंगे गणपति
गणेश चतुर्थी पर गुरुवार को है। इस बार पर्व पर स्वाति नक्षत्र और ऐंद्र योग है।
जेएनएन, बरेली : गणेश चतुर्थी पर गुरुवार को है। इस बार पर्व पर स्वाति नक्षत्र और ऐंद्र योग है। यह योग विद्यार्थियों के साथ ही व्यापारियों और गृहस्थों के लिए विशेष फलदायी है।
ज्योतिषाचार्य राजेंद्र तिवारी ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर मूर्ति स्थापना का अभिजीत मुहूर्त 11.52 से 12.41 बजे तक हैं। दोपहर में 1.50 से 3.23 बजे तक राहुकाल है। इसके अलावा सुबह 10.12 से 11.02 बजे तक और 3.04 से चार बजे तक भी प्रतिमा स्थापना नहीं करें। उन्होंने बताया कि घर पर स्थापना के लिए सफेद और पीले, प्रतिष्ठान और फैक्ट्री के लिए लाल रंग और सार्वजनिक स्थलों पर भूरे, लाल, सफेद रंग के गणपति स्थापना शुभ रहेगा। बायीं तरफ सूंड वाले गणेश प्रतिमा स्थापित करें। दायीं तरफ सूंड वाले गणेश प्रतिमा की स्थापना शास्त्रों में वर्जित है।
ईशान कोण पूजन स्थल रहेगा शुभ फलदायी
गणेश प्रतिमा वाले स्थान को जल और गंगाजल से स्वच्छ करें। चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर स्वास्तिक बनाएं। उन्होंने बताया कि पूजन स्थल पूर्व-उत्तर दिशा का मध्य ईशान कोण में होना शुभ फलदायी है। एक कलश देवताओं के दायीं तरफ और एक दीपक गणेश प्रतिमा के सामने रखें। दूसरी चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर ओम, स्वास्तिक, श्री बनाकर रोली के नवग्रह स्थापित करें। गणेश और नवग्रह पूजन कर गणेश प्रतिमा स्थापित कर पूजन करें।
तथ्य
-गुरुवार को है गणेश चतुर्थी, विद्यार्थियों, व्यापारियों और गृहस्थों को विशेष फलदायी
- दोपहर 1.50 से 3.23 बजे तक राहुकाल में नहीं होगा पूजन
-पूजन स्थल पूर्व-उत्तर दिशा का मध्य ईशान कोण में होना शुभ फलदायी है
-इस बार पर्व पर स्वाति नक्षत्र और ऐंद्र योग है