पूर्वाचल के गैंग ने एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर की राष्ट्रपति अवार्डी शिक्षक से 34 लाख की ठगी
पूर्वांचल के गैंग ने राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रिटायर्ड शिक्षक से 34 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है। आरोपितों ने जिन-जिन नंबरों से पीड़ित को फोन किया सीडीआर में वह सभी नंबर पूर्वांचल के जिलों प्रतापगढ़ महोबा प्रयागराज के निकले हैं।
बरेली, जेएनएन। पूर्वांचल के गैंग ने राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रिटायर्ड शिक्षक से 34 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है। आरोपितों ने जिन-जिन नंबरों से पीड़ित को फोन किया, सीडीआर में वह सभी नंबर पूर्वांचल के जिलों प्रतापगढ़, महोबा, प्रयागराज के निकले हैं। लिहाजा, पुलिस को अंदेशा है कि इस वारदात के पीछे पूर्वांचल का ही गैंग है।
19 फरवरी को सुभाषनगर के करगैना निवासी राष्ट्रपति से पुरस्कृत शिक्षक गोवर्धन लाल श्रीवास्तव से नाती-नातिन के एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर 34 लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया था। पीड़ित की तहरीर पर थंब टॉवर सेक्टन नंबर 62 नोएडा के सचिन, पंकज खटिक, आदेश, वीरेंद्र, पल्मोनरी मेडिसन, बाह्य रोगी विभाग, स्वरूपरानी हॉस्पिटल के डॉ. हर्षवर्धन, डॉ. एसके शर्मा व दो अज्ञात के खिलाफ सुभाषनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
जांच में पता चला कि जिस नंबरों से आरोपितों ने फोन किया, वह भी दूसरे की आइडी पर हैं। इस बात का भी अंदेशा है कि आरोपितों ने पीड़ित को खुद का सही नाम भी नहीं बताया। जिस बैंक से आरोपितों ने रकम निकाली, वहां पहुंचकर भी पुलिस ने पड़ताल की। सीसीटीवी फुटेज भी देखी। आरोपितों की पकड़ने को दो टीमें गठित होंगी। एक टीम नोएडा जाएगी, जहां आरोपितों ने अपना कार्यालय बताया था। वहीं दूसरी टीम सीडीआर में नंबरों का जो पता निकला है, वह पूरब के उन जनपदों में जाएगी।
सुरागरसी में गाड़ी नंबर सबसे अहम
प्रकरण में प्रयुक्त की गई गाड़ी विवेचना की बेहद अहम कड़ी है। घटनाक्रम में जो गाड़ी प्रयुक्त की गई वह प्रतापगढ़ के रहने वाले मो. इबरार के नाम है। गाड़ी 25 जून 2017 को खरीदी गई थी। पुलिस ने उस गाड़ी की पूरी डिटेल जुटा ली है।
विवेचक द्वारा हर बिंदु पर जांच की जा रही है। आरोपितों द्वारा प्रयुक्त किए गए फोन नंबरों व गाड़ी की डिटेल निकलवाई गई है।- सुनील कुमार, इंस्पेक्टर, सुभाषनगर