फोरलेन की तकनीक बताई पुरानी, शासन से लौटाए गए यह प्रस्ताव Bareilly News
शहर में यातायात व्यवस्था बेहतर करने के लिए वित्त मंत्री ने पीडब्ल्यूडी को कई प्रमुख मार्गो के चौड़ीकरण व बाईपास निर्माण के प्रस्ताव दिए थे।
बरेली, जेएनएन : लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने शहर के दो प्रमुख मार्गो को फोरलेन करने का प्रस्ताव शासन ने बैरंग लौटा दिया। क्योंकि, इनके निर्माण की तकनीक ही पुरानी थी। खास बात, यह प्रस्ताव वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल की सिफारिश पर बनाकर शासन में भेजे गए थे। अब नई तकनीक व संशोधित एस्टीमेट के साथ प्रस्ताव दोबारा भेजे जाएंगे।
शहर में यातायात व्यवस्था बेहतर करने के लिए वित्त मंत्री ने पीडब्ल्यूडी को कई प्रमुख मार्गो के चौड़ीकरण व बाईपास निर्माण के प्रस्ताव दिए थे। विभाग ने साइट सर्वे कर एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजे थे। निर्माण खंड भवन के एक्सईएन बीएम शर्मा ने बताया कि प्रमुख सड़कों के प्रस्ताव निर्माण की नई तकनीक व नवीन दरों के हिसाब से बनाकर भेजने को कहा गया है। जल्द ही शासन को एस्टीमेट भेज दिए जाएंगे।
यह प्रस्ताव हुए वापस
फतेहगंज पूर्वी-दातागंज : यह मार्ग करीब 14.50 किलोमीटर का है। 27 करोड़ का एस्टीमेट बना था। वित्तीय वर्ष बीतने और पुरानी तकनीक व दरों के कारण एस्टीमेट वापस किए।
लालफाटक रोड : लालफाटक पुल के पास से बदायूं रोड तक करीब चार किलोमीटर मार्ग के फोरलेन का प्रस्ताव छह माह पहले भेजा था। एस्टीमेट 32 करोड़ रुपये था। पुराने वित्तीय वर्ष में स्वीकृत नहीं हो पाया। प्रस्ताव नई दरों से बनाने को कहकर शासन ने लौटाया।
हुलासनगरा क्रॉसिंग : 45 करोड़ से होगा आरओबी का काम Bareilly News
जिले से लखनऊ जाने वाले मार्ग पर बरसों से बरकरार समस्या के समाधान की तैयारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने कर ली है। फतेहगंज पूर्वी स्थित हुलासनगरा क्रॉसिंग पर अधूरे ओवरब्रिज का निर्माण जल्द शुरू होगा। इसके लिए एनएचएआइ ने नया एस्टीमेट तैयार किया है। एस्टीमेट मंजूर होते ही ओवरब्रिज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बरेली-सीतापुर रोड पर हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिंग पर एनएचएआइ को ओवरब्रिज का निर्माण करना है। यहां क्रॉसिंग पर करीब सवा साल पहले कुछ पिलर बनाए गए थे। उसके बाद से अब तक काम बंद पड़ा है। अधूरे निर्माण ने अव्यवस्था खड़ी कर दी है। क्रॉसिंग पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। राहगीरों को घंटों यहां जूझना पड़ता है। दूर तक वाहनों की लाइन लग जाती है।
एनएचएआइ ने पूरे प्रोजेक्ट में डेढ़ किलोमीटर से अधिक लंबे ओवरब्रिज का निर्माण शामिल किया था। कार्यदायी संस्था के फरार होने के बाद से काम रुका है। इस पर बीते दिनों कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए अलग एस्टीमेट बनाने को कहा था। इस पर एनएचएआइ के अधिकारियों ने ओवरब्रिज के लिए 45 करोड़ का एस्टीमेट बनाया है।
आरओबी के साथ ही सर्विस रोड भी बनेगी
एनएचएआइ ने नए एस्टीमेट में रेलवे ओवरब्रिज के साथ ही उसके नीचे दोनों ओर की सर्विस रोड निर्माण को भी शामिल किया है। इसके साथ ही पुल के दोनों ओर एप्रोच और रोड सेफ्टी के लिए भी एस्टीमेट में व्यवस्था की है। अधिकारियों के अनुसार 15 दिन में ओवरब्रिज निर्माण के लिए ऑनलाइन टेंडर आमंत्रित कर दिए जाएंगे। टेंडर होने के बाद जल्द काम शुरू करवा दिया जाएगा।
हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने के साथ ही सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। इसके लिए 45 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है। टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। - एनपी सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ
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