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हरिद्वार में विदेशी सैलानी करते हैं स्मैक की मांग, बरेली से होती है सप्लाई

पुलिस की लापरवाही और सुस्त कार्यप्रणाली के चलते जिले में स्मैक तस्करी के अवैध धंधे में लगाम नहीं लग पा रही है। मंगलवार को पुलिस ने फतेहगंज पश्चिमी के तस्कर फैजान उर्फ राजाबाबू और अफजाल को आधा किलो स्मैक तस्करी के साथ पकड़ा था।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 07:01 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 07:01 PM (IST)
वह फतेहगंज पश्चिमी से स्मैक खरीदकर तस्करों को सप्लाई करता था। जिसमे उसे मोटा मुनाफा होता था।

 बरेली,जेएनएन।  पुलिस की लापरवाही और सुस्त कार्यप्रणाली के चलते जिले में स्मैक तस्करी के अवैध धंधे में लगाम नहीं लग पा रही है। मंगलवार को पुलिस ने फतेहगंज पश्चिमी के तस्कर फैजान उर्फ राजाबाबू और अफजाल को आधा किलो स्मैक तस्करी के साथ पकड़ा था। अभी पुलिस मामले की जांच ही कर रही थी कि गुरुवार को किला पुलिस ने उत्तराखंड से स्मैक खरीदने आए दो तस्करों समेत सीबीगंज के सरनिया गांव के सप्लायर को भी धर दबोचा। तलाशी के दौरान तीनों के पास से पुलिस को करीब 300 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पूछताछ के दौरन सप्लायर ने बताया कि वह कई साल से स्मैक सप्लाई का काम कर रहा था। वह फतेहगंज पश्चिमी से स्मैक खरीदकर तस्करों को सप्लाई करता था। जिसमे उसे मोटा मुनाफा होता था।

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किला पुलिस बुधवार देर रात गश्त कर रही थी। उसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि सत्यप्रकाश पार्क के पास एक संदिग्ध कार में तीन लोग बैठे हैं। जानकारी के बाद किला पुलिस पहुंची और कार सवार तीनों युवकों को धर दबोचा। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम मुहम्मद नबी निवासी सरनिया गांव सीबीगंज बताया तो दूसरे ने अपना नाम फरमान उर्फ बजीर और तीसरे ने अपना नाम आलिम पुत्र भूरा निवासी सिकन्दरपुर थाना भगवानपुर जिला हरिद्वार उत्तराखण्ड बताया। पुलिस ने तीनों की तलाशी ली तो उनके पास से करीब 300 ग्राम स्मैक मिली। जिसके बाद पुलिस तीनों को थाने लेकर गई।

दर्जनों बार की तस्करी, पहली बार पकड़े गए

पूछताछ में उत्तराखंड के तस्करों ने बताया कि वह नबी के साथ ही फतेहगंज पश्चिमी से दर्जनों बार स्मैक खरीदकर ले गए लेकिन पहली बार वे पकड़े गए। उत्तराखंड में स्मैक की बड़े पैमाने पर मांग है।

 हरिद्वार घूमने वाले विदेशियों से मोटी कमाई

तस्करों ने बताया की वह उत्तराखंड के स्थानीय लोगों को तो स्मैक बेंचते ही थे। लेकिन उनकी कमाई का मुख्य जरिया विदेशी सैलानी थे। हरिद्वार में शराब की पाबंदी है। ऐसे में स्मैक समेत अन्य सूखे नशे की बड़ी मांग है। विदेशी सैलानी मुंह मांगे दाम पर स्मैक खरीदते हैं।

 आठ करोड़ से अधिक की स्मैक की कर चुके हैं सप्लाई

पूछताछ के दौरान उत्तराखंड के तस्करों ने बताया की अकेले नबी से वह आठ करोड़ से अधिक की स्मैक खरीदकर उत्तराखंड में सप्लाई कर चुके हैं। इसी के साथ फतेहगंज पश्चिमी के तस्करों से भी वह करोडों की स्मैक खरीदकर बेंच चुके हैं।

 प्राइवेट वाहन की जगह सवारी गाड़ी का इस्तेमाल

पकड़े गए तस्करों ने बताया की वह स्मैक तस्करी के लिए कभी प्राइवेट वाहनों का इस्तेमाल नहीं करते थे। कार से तस्करी करने पर पकड़े जाने का खतरा अधिक रहता है। इस लिए वह सवारी गाड़ी का इस्तेमाल तस्करी के लिए करते थे। रास्ते मे जगह-जगह सवारी गाड़ी बदलते रहते थे। पुलिस की माने तो नबी पहले भी स्मैक तस्करी में जेल जा चुका है।

क्या कहती है पुलिस

पकड़े गए तीनों युवक काफी समय से स्मैक तस्करी का अवैध कारोबार कर रहे थे। तीनो को जेल भेज दिया गया है।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी


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