बरेली से मुंबई और बेंगलूरू के लिए भी शुरू होगी उड़ान
सरकारी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी एलायंस एयर ने दिल्ली का शेड्यूल जारी किया। अब निजी क्षेत्र की कंपनी इंडिगो ने भी लंबे रूट में शामिल मुंबई और बेंगलूरू के लिए बरेली से फ्लाइट देने का शेड्यूल जारी किया है।
बरेली, जेएनएन : सरकारी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी एलायंस एयर ने दिल्ली का शेड्यूल जारी किया। अब निजी क्षेत्र की कंपनी इंडिगो ने भी लंबे रूट में शामिल मुंबई और बेंगलूरू के लिए बरेली से फ्लाइट देने का शेड्यूल जारी किया है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की अनुमति मिलने के बाद इंडिगो को वायुसेना की अनुमति भी लेनी होगी। शेड्यूल जारी होने के बाद शनिवार को उड्डयन मंत्री नंद गोपाल 'नंदी' अचानक बरेली पहुंचे। साथ में डायरेक्टर एविएशन भी थे। पुलिस लाइन पर हेलीकॉप्टर उतरने के बाद डीएम नितीश कुमार, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण समेत अधिकारी प्रोटोकॉल में पहुंचे। मंत्री ने सलामी ली। बाद में अधिकारियों से पूछा कि बरेली से उड़ान की तैयारी कैसी है? टर्मिनल तो पूरी तरह से तैयार है। अब सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनी अपने शेड्यूल जारी कर रही है। पुलिस लाइन के सभागार में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक भी ली।
सरकारी क्षेत्री की कंपनी एलायंस एयर ने वायुसेना मुख्यालय से आठ मार्च से बरेली-दिल्ली रूट पर हवाई सेवा शुरू करने के लिए अनुमति मांगी है। अब निजी कंपनी इंडिगो ने बरेली में अपनी हवाई सेवा का शेड्यूल जारी किया है। 29 अप्रैल से मुंबई और चार मई से बेंगलूरू के लिए हवाई सेवा शुरू कराने का प्रस्ताव है। एएआइ से अनुमति के बाद वायुसेना की अनुमति भी चाहिए होगी। इसके बाद उड़ान शुरू हो सकेगी। नंद गोपाल 'नंदी' अलीगढ़ और मेरठ एयरपोर्ट के निरीक्षण पर गए थे। फ्यूल भरवाने के लिए बरेली पुलिस लाइन में रुके थे। इस दौरान मंत्री ने अधिकारियों से आठ मार्च से बरेली से दिल्ली के लिए एलाइंस एयर (एयर इंडिया) की शुरू होने वाली उड़ान सेवा को लेकर की गई तैयारियों के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों से पूछा कि पैसेंजर्स की सुविधा और सुरक्षा को लेकर क्या तैयारियां की गई हैं। पूछा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मॉक ड्रिल कराया गया कि नहीं। करीब 20 मिनट तक मंत्री नंदी पुलिस लाइन में मौजूद रहे। मंत्री के साथ मुख्य सचिव मुख्यमंत्री सुरेंद्र सिंह, ओएसडी अभिषेक कौशिक भी मौजूद रहे।
प्रस्तावित शेड्यूल :
29 अप्रैल : मुंबई के लिए 12.55 बजे उड़ेगी। 13.25 बजे पहुंचाएगी।
01 मई : बेंगलूरू के लिए 13.45 बजे उड़ेगी। 14.15 बजे पहुंचाएगी।
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फसल और एनओसी के इंतजार में एयरपोर्ट की लाइन को झटका
13 किलोमीटर लंबी बिछनी है हाईटेंशन लाइन
9.81 करोड़ रुपये का एस्टीमेट, हो चुका है भुगतान
जासं, बरेली : सिविल एंक्लेव से उड़ान की तारीख तय हो चुकी है, लेकिन एयरपोर्ट को रोशन करने की कवायद अभी तक कागजों से निकलकर जमीन पर नहीं आई है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एमवीवीएनएल) ने दोहना सब स्टेशन से एयरपोर्ट तक 13 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाने और सब स्टेशन बनाने के लिए कुल 9.81 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनाया। यह रकम एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जमा करा दी। दो महीने में काम पूरा करना था, लेकिन रेलवे, वन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से अभी तक अंडरग्राउंड लाइन बिछाने के लिएअनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला है। वहीं, खेतों में फसल होने की वजह से ओवरहेड लाइन भी नहीं बिछाई जा सकी है। ऐसे में फिलहाल एयरपोर्ट जेनरेटर के जरिए ही रोशन होगा।
कई जगह अंडरग्राउंड होगी 33 केवी लाइन
दोहना सब स्टेशन से एयरपोर्ट तक 33 केवी लाइन कई जगह ओवरहेड गुजरेगी। वहीं, जहां रेलवे लाइन, क्रॉसिंग, हाईवे व पीलीभीत बाइपास रोड मिलेगी, वहां लाइन अंडरग्राउंड रहेगी। अंडरग्राउंड लाइन बिछाने के लिए एरिया के हिसाब से अलग-अलग महकमों से अनापत्ति प्रमाण पत्र जरूरी है।
500 केवीए का कनेक्शन, पांच-पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर
एयरपोर्ट को रोशन रखने के लिए करीब 500 केवीए का भारी-भरकम कनेक्शन होगा। वहीं, पांच-पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। एक ट्रांसफार्मर पर लोड रहेगा। जबकि दूसरा ट्रांसफार्मर स्टैंडबाय रहना है, जो आपात स्थिति में काम आएगा।
चार उप विभागों के पास है जिम्मेदारी
दोहना सब स्टेशन से लाइन बिछाए जाने से एयरपोर्ट रोशन करने तक का काम बिजली महकमे के चार उप विभागों के जिम्मे है। लाइन बिछाने का काम माध्यमिक, सब स्टेशन बनाने का काम सिविल डिवीजन, बिजली कनेक्शन देने का काम ट्रांसमिशन विभाग करेगा। वहीं, डिस्ट्रीब्यूशन विभाग की जिम्मेदारी मीटर लगाने और बिलिंग की होगी।
वर्जन..
एयरपोर्ट तक लाइन बिछाने और सब स्टेशन बनाने के लिए दो महीने का समय मिला था। हालांकि एनओसी नहीं मिलने और खेत में फसल खड़ी होने की वजह से अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है।
-राजीव कुमार, अधिशासी अभियंता (सेकेंडरी डिवीजन)