बड़ी खबर: सुन्नी मुसलमानों के मरकज दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन के खिलाफ मुकदमा
आला हजरत खानदान के बीच विवाद तूल पकड़ रहा है। पहली बार लड़ाई न केवल खुलकर सड़क पर सामने आई है बल्कि पुलिस तक मामला पहुंचा है।
बरेली, जेएनएन। आला हजरत खानदान के बीच विवाद तूल पकड़ रहा है। पहली बार लड़ाई न केवल खुलकर सड़क पर सामने आई है बल्कि पुलिस तक मामला पहुंचा है। दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां पर पलटवार करते हुए उनके चाचा और निदा खान के शौहर शीरान रजा खां के पिता उस्मान रजा खां उर्फ अंजुम मियां ने भी शुक्रवार को कोतवाली पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। सज्जादानशीन से जान का खतरा बताते हुए उन समेत ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
उस्मान रजा खां उर्फ अंजुम मियां ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि अहसन रजा खां उनके सगे भतीजे हैं। दो जून को उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करके उन्हें व उनके पुत्र शीरान रजा खां को मस्जिद में मौजूद तमाम लोगों के सामने अपमानित किया था। बाद में झूठी घटना दिखाकर उनके पुत्र शीरान रजा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद से ही अहसन रजा खां व उनके साथी मस्जिद में आते-जाते समय उन्हें व उनके पुत्रों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
जान को बताया खतरा
अंजुम मियां का कहना है कि वह छह जून की शाम साढ़े सात बजे मस्जिद से नमाज पढ़कर बाहर निकल रहे थे। मस्जिद के बाहर करीब 200-250 अज्ञात लोग खड़े थे। आरोप है कि इन्हें अहसन रजा खां ने इक_ा किया था। ये लोग उन्हें देखते ही नारेबाजी करते हुए गालियां देने लगे। इतना ही नहीं जान से मारने की नीयत से हमलावर हो गए। मस्जिद से निकले अन्य नमाजियों ने उन्हें बचाया। इसके बाद ये लोग उनके पीछे भागे। किसी तरह उन्होंने घर में छिपकर जान बचाई। भीड़ व अहसन रजा खां उनके घर में घुस आए और आइंदा सामने पडऩे पर जान से मारने की धमकी देकर चले गए। अंजुम मियां का कहना है कि वह डर के कारण अपने घर से नहीं निकल रहे हैं। उनकी व उनके पुत्रों की जान को खतरा है।
इन धाराओं में मुकदमा
अंजुम मियां की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने अहसन रजा खां व 200-250 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 452, 352, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ये है पूरा मामला
पिछले शनिवार की रात दरगाह की रजा मस्जिद में कुरान मुकम्मल होने का जश्न चल रहा था। आरोप है कि शीरान रजा खां को नात पढऩे के लिए माइक नहीं मिला। इससे नाराज होकर उन्होंने एक नातख्वाह को थप्पड़ मार दिया। घटना के बाद रात में ही सज्जादानशीन अहसन रजा खां ने अपने साथ मारपीट की बात तहरीर में कही है। जिसके आधार पर रविवार को सज्जादानशीन ने शीरान रजा खां व उस्मान रजा खां उर्फ अंजुम मियां पर मुकदमा दर्ज कराया। उनका आरोप था कि दोनों ने घर में घुसकर तोडफ़ोड़ और मारपीट की। जान से मारने की धमकी भी दी।
अंजुम मियां ने नकारे आरोप
अंजुम मियां ने सज्जादानशीन के साथ घर में घुसकर मारपीट के आरोप को सिरे से खारिज किया है। अफसोस जाहिर किया कि मुझ पर और मेरे बच्चों पर झूठे आरोप लगाए।
सड़क तक पहुंची लड़ाई, सज्जादानशीन के समर्थन में जुटे थे लोग
खानदान की लड़ाई में गुरुवार को सज्जादानशीन के मुरीद भी कूद पड़े। मौलाना उस्मान रजा खां के उस बयान पर भड़के दिखे, जिसमें उन्होंने सज्जादानशीन के कारनामे देश भर में बताने और उन पर आला हजरत की शान को नुकसान पहुंचाने का दावा किया।
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