वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पांच करोड़ से कोविड-19 अस्पतालों में बढ़ेंगी सुविधाएं
कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार 25 लाख से अधिक आबादी वाले सभी जिलों को पांच-पांच करोड़ रुपये दे रही है। बरेली को भी आर्थिक मदद मिल रही है।
बरेली, जेएनएन : कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार 25 लाख से अधिक आबादी वाले सभी जिलों को पांच-पांच करोड़ रुपये दे रही है। बरेली को भी आर्थिक मदद मिल रही है। इससे कोविड-19 के अस्पतालों को उपकरण, दवाएं और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रशासन और सीएमओ कार्यालय इसकी देखरेख करेंगे।
यह कहना है कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का। वह सोमवार को शहर में थे। बड़ा बाजार में रहने वाली अपनी बहन से राखी बंधवाने के बाद सर्किट हाउस में वह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा। राजस्व घाटा भी बढ़ गया है। वित्तीय वर्ष 2020-2021 के पहले महीने (अप्रैल) में वित्त विभाग को वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष महज 1.5 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हुआ है। अब कोरोना से लड़ाई के साथ-साथ राजस्व बढ़ाने के लिए अनलॉक-3 में भी आर्थिक गतिविधियों को छूट दी जा चुकी है। राज्य सरकार अतिरिक्त संसाधनों के लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाने का भी फैसला कर सकती है। मंत्रियों और विधायकों के वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती की गई है। विधायक निधि एक वर्ष के लिए स्थगित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के प्रति लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी। इसलिए वह खुद प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेजों में निरीक्षण के लिए पहुंचे। कोविड-19 के मरीजों का हाल लिया। उन तक मदद पहुंचाई।
किसी को वायरस नहीं छोड़ता
उन्होंने कहा कि यह वायरस है खतरनाक। मूंछ वाला, तोंद वाला, हट्टा-कट्टा या दुबला-पतला किसी को नहीं छोड़ता। बड़े महलों से लेकर गरीब की झोपड़ी तक में घुसा है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बरेली में मृत्यु दर अधिक होने की वजह तलाशने के लिए प्रशासन को कहा गया है।
300 बेड अस्पताल फिलहाल कोविड बना रहेगा
शाहजहांपुर के लिए सड़क मार्ग से लौटते हुए महापौर डॉ. उमेश गौतम के निजी विश्वविद्यालय में भी पहुंचे। यहां बातचीत में कहा कि 300 बेड अस्पताल का इस्तेमाल फिलहाल कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए ही किया जाएगा।