ऑनलाइन प्रवेश में कॉलेजों ने किया फर्जीवाड़ा
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में सैकड़ों छात्रों के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आ रहा।
जागरण संवाददाता, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में सैकड़ों छात्रों के प्रवेश में फर्जीवाड़े की आशंका गहराने लगी है। कई ऐसे छात्र हैं, जिनका प्रवेश नियमों के तहत नहीं हुआ। कइयों के प्रवेश में फर्जी प्रमाण पत्र भी लगाए गए हैं। लिहाजा, एजेंसी ने ऐसे छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने से रोक दिया है।
रुविवि में ऑनलाइन प्रवेश हुए हैं। प्रोफेशनल कोर्स के लिए मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों तरीके अपनाए गए। हालांकि, कॉलेजों ने पारदर्शी कही जाने वाली ऑनलाइन प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का रास्ता खोज लिया। मेरिट और वेटेज में खेल कर मानमाने तरीके से प्रवेश कर लिए। अब जबकि विवि ने कॉलेजों से छात्रों का डाटा और प्रवेश प्रक्रिया के सुबूत मांगे, तो खलबली मच गई। विवि के एक अधिकारी के मुताबिक, जिन प्रवेश में गड़बड़ी की आशंका है, उनके फॉर्म रोक दिए गए हैं।
झंझट दूर, 22 तक भरें फॉर्म
रुविवि में परीक्षा भरने की अंतिम तिथि 22 नवंबर कर दी है। आकलन के मुताबिक, अभी तक 27889 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा फॉर्म भरें हैं। इसमें एमफार्मा, एमएससी एप्लाइड केमिस्ट्री, एमए इतिहास, होटल मैनेजमेंट समेत करीब आधा दर्जन पाठ्यक्रमों में महज एक-एक छात्र का फॉर्म भरा है। विवि कैंपस में संचालित कोर्स के फॉर्म भरने में सबसे ज्यादा सुस्ती है।
एलएलबी के प्रवेश की हो सकती जांच
बरेली कॉलेज में एलएलबी के 31 प्रवेश में नियमों के उल्लंघन का शक और गहरा गया है। लॉ के छात्रों की ही माने तो कई ने फर्जी वेटेज प्रमाण पत्र बनवाकर प्रवेश लिया है। विवि ने इन छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने से रोक दिया है। पूरे मामले पर जांच की उम्मीद जताई जा रही है। कैफे से भरवाए फॉर्म तो अटका पेमेट
साइबर कैफे से परीक्षा फॉर्म भरवाने वाले छात्रों की दोहरी परीक्षा फीस अटकने की शिकायतें सामने आ रही हैं। बैंक ने साफ किया है कि ऐसा एक ही एकाउंट से भुगतान की वजह से हो रहा है। एक खाते से सैकड़ों छात्र-छात्राओं की फीस अदा की जा रही है। सुरक्षा और बैंक के नियमों की वजह से इनका भुगतान अटक रहा है। छात्रों की समस्या पर बैंक ने विवि को इससे अवगत कराते हुए दोहरी फीस खातों में वापसी की बात कही है।
सुधार में जुटी एजेंसी
अभी बीबीए, बीसीए, बीकॉम वित्त, फाइनेंशियल सर्विस, बीएससी कृषि, एलएलबी, एमएसडब्ल्यू, बीटेक, बीफार्मा, एमए-एमएससी एप्लाइड आदि कोर्स के प्रथम, तृतीय, पांचवें, सातवें सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं। विवि ने इस बार नई एजेंसी को फॉर्म की जिम्मेदारी सौंपी है। एजेंसी का दावा है कि छात्रों को उनकी ई-मेल, मोबाइल पर समस्या निस्तारण का संदेश भेजा जा रहा है। वर्जन
-परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी गई है। विद्यार्थी तय समय के अंतराल में अपना फॉर्म भर दें।
-अशोक कुमार अरविंद, कुलसचिव रुविवि