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रुविवि : हॉस्टल में सुविधाओं के साथ बढ़ेगी फीस, कमेटी लेगी निर्णय

महात्मा ज्योतिबा फुल रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावासों की फीस के साथ सुविधाएं बढ़ाने की तैयारी कर ली है। इसका खाका भी बना लिया गया है। हॉस्टल में रहने और मेस की फीस में सबकी सहमति लेने के बाद इजाफा किया जाएगा।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 05:51 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 05:51 PM (IST)
महात्मा ज्योतिबा फुल रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावासों की फीस के साथ सुविधाएं बढ़ाने की तैयारी कर ली है।

 बरेली, जेएनएन। महात्मा ज्योतिबा फुल रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावासों की फीस के साथ सुविधाएं बढ़ाने की तैयारी कर ली है। इसका खाका भी बना लिया गया है। हॉस्टल में रहने और मेस की फीस में सबकी सहमति लेने के बाद इजाफा किया जाएगा। जिसके एवज में छात्र-छात्राओं के खाने की गुणवत्ता और बेहतर करने, गर्म पानी, जनरेटर, रीडिंग रूम, आउट डोर स्टेडियम जैसी सुविधाएं देने का दावा किया गया है। चीफ वार्डेन की अध्यक्षता में तीन दिन पहले हुई बैठक में बने प्रस्ताव को जल्द ही कुलपति के समक्ष चर्चा के लिए रखा जाएगा। वहां से अनुमति मिलते ही कमेटी की बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।

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 रुहेलखंड विश्वविद्यालय में नौ छात्रावास हैं। इनमें करीब 1200 छात्र-छात्राएं रहते हैं। कोविड-19 की वजह से इस बार दिसंबर में हॉस्टल आवंटन शुरू किया गया। अब एक महीने बाद ही फीस बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। बीते सात जनवरी को चीफ वार्डेन प्रो. योगेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में सभी वार्डेन की बैठक हुई। जिसमें तर्क दिया गया कि खाने-पीने की चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इसकी क्वालिटी बनाए रखने के लिए फीस बढ़ाना जरूरी है। सात साल से कोई फीस नहीं बढ़ाई गई है। अभी 67.33 रुपये प्रति दिन के हिसाब से छात्रों से मेस में खाने का पैसा लिया जाता है। इसमें तीन दो टाइम का खाना व नाश्ता दिया जाता है।

लगेगा सोलर सिस्टम, बनेगा रीडिंग रूम

छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए सभी हॉस्टल में सोलर सिस्टम लगाया जाएगा। जिससे बिजली की बचत होगी। बिजली जाने पर अभी तक जनरेटर न होने से दिक्कत होती है। इस व्यवस्था से बिजली की आपूर्ति जारी रहेगी। हर हॉस्टल में रीडिंग रूम बनाया जाएगा। जहां विद्यार्थियों को समाचार पत्र, मैगजीन पढ़ने की सुविधा दी जाएगी। आउट डोर गेम के लिए स्टेडियम की भी व्यवस्था की जाएगी। हर हॉस्टल में एक बिजली कर्मचारी शाम छह से रात 12 बजे तक तैनात रहेगा ताकि बिजली की समस्या का समाधान तत्काल किया जा सके।

मेस संचालक का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

अब मेस में जुगाड़ से किसी को खाने का ठेका नहीं दिया जाएगा। मेस के लिए जो भी फर्म आएगी, उसका पंजीकरण अनिवार्य होगा। कोटेशन लेकर कम लागत में अच्छी गुणवत्ता देने वाले को काम दिया जाएगा। सभी वर्कर के आधार कार्ड भी लगेंगे। मेस का संचालन कापरेटिव की तर्ज पर होगा। यानी छात्रों को पता होगा कि उनका पैसा कहां खर्च हो रहा है। रूहेलखंड विश्वविद्यालय के चीफ वार्डेन प्रोफेसर योगेंद्र प्रसाद कहना है कि महंगाई को देखते हुए हॉस्टल और मेस की फीस बढ़ाने पर विचार किया गया है। इससे विद्यार्थियों की सुविधाएं भी बढ़ेंगी। चीफ वार्डेन, वार्डेन और हर हॉस्टल के छात्र प्रतिनिधि को शामिल कर बात करके ही निर्णय लिया जाएगा। प्रस्ताव बनाया गया है। कुलपति से विचार विमर्श के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा।


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