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ठंड नहीं बारिश व ओलावृष्टि से इसलिए कांप रहा किसान Bareilly News

पूस का महीना। ऊपर से बरसात और ओलावृष्टि। जनजीवन के साथ तिलहन व सब्जियां भी ठिठुर गईं। कुछ फसलों को जहां काफी नुकसान हुआ वहीं गेहूं व दलहनी फसलों को संजीवनी मिली।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 03:21 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 05:49 PM (IST)
ठंड नहीं बारिश व ओलावृष्टि से इसलिए कांप रहा किसान Bareilly News
ठंड नहीं बारिश व ओलावृष्टि से इसलिए कांप रहा किसान Bareilly News

जेएनएन, बरेली : पूस का महीना। ऊपर से बरसात और ओलावृष्टि। जनजीवन के साथ तिलहन व सब्जियां भी ठिठुर गईं। कुछ फसलों को जहां काफी नुकसान हुआ, वहीं गेहूं व दलहनी फसलों को संजीवनी मिली। बारिश और ओलावृष्टि से फूलगोभी, बंदगोभी, आलू, टमाटर, शिमला मिर्च आदि को काफी नुकसान हुआ है।

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शिमला मिर्च की फसल को हुआ नुकसान : खादर क्षेत्र के अंबरपुर निवासी प्रगतिशील किसान शिवसहाय शर्मा ने बताया कि उनकी शिमला मिर्च की फसल को भारी नुकसान हुआ है। नथपुरा के कामता प्रसाद गंगवार के मुताबिक गेहूं, चना, मसूर को फायदा हुआ है। नगरिया कल्यानपुर के कृषक कौशलेंद्र बाबू गौड़ के मुताबिक गेहूं को संजीवनी मिली, लेकिन सरसों की फसल को नुकसान हुआ है।

उतरा अफीम का ‘नशा’, बढ़ी गन्ने की मिठास: ब्लॉक मझगवां व रामनगर क्षेत्र में अफीम की खेती काफी प्रभावित हुई है। बिशारतगंज क्षेत्र में सरसों, गेहूं व मिर्च की खेती को नुकसान हुआ है। सिरौली के ब्योधनखुर्द क्षेत्र में मटर की खेती खराब हुई है। ग्राम जैतपुर शरीफपुर के किसान विधाराम मौर्य अपने सरसों के खेत में बैठे फसल की बर्बादी पर चिंतित दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि आठ बीघा खेत में सरसों बोई थी तथा कुछ खेतों में हरी मिर्च लगाई थी। बुधवार को हुई ओलावृष्टि ने सब बर्बाद कर दिया।

छह बीघा खेत में गेहूं व सरसों बोई थी। ओलावृष्टि से सब जमीन पर बिछ गई।

- इतवारी लाल, वलेईभगवंतपुर

खेत में सरसों व गेहूं के अलावा मिर्च की खेती भी की थी जो कि सब बर्बाद हो गई।

- शेर सिंह लोधी, राधेनगर

खिली धूप में परेशान करती रहीं बर्फीली हवाएं : बारिश और ओलावृष्टि के बाद शुक्रवार को सुबह से ही आसमान से बादल छट गए। धूप खिली तो लोग घरों के बाहर सुकून तलाशते नजर आए। हालांकि धूप में उतनी तेजी नहीं रही। पूरे दिन बर्फीली हवाएं ठिठुरने पर मजबूर करती रही। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ आरके सिंह के मुताबिक अब 12 जनवरी तक बारिश होने के आसार नहीं है।

अभी नहीं मिल सकेगी ठंड से राहत :13 जनवरी से एक बार फिर आसमान में बादल छाएंगे और हल्की बारिश हो सकती है। बारिश थमने के बाद कोहरा दोबारा छाने लगेगा। चूंकि मैदानी क्षेत्रों में बारिश होने के साथ पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है, इसलिए न्यूनतम पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस और धूप निकलने से अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस रहा।मौसम विभाग के मुताबिक ठंड से राहत नहीं मिलेगी। पहाड़ों की ठंडी हवा मैदानी क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ा रही हैं।ओलावृष्टि से बर्बाद फसल देख आंवला के जैतपुर में किसान विधाराम हताश हो उठे। 


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