स्मार्ट मीटर लगाने के लिए विद्युत विभाग खोज रहा लापता उपभोक्ता Bareilly News
तकनीकी दिक्कतों के बाद विद्युत वितरण खंडों में स्मार्ट मीटर पर रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके पिछले चार माह में करीब ढाई हजार उपभोक्ता ऐसे मिले जो अपने रजिस्टर्ड पते पर नहीं थे।
जेएनएन, बरेली: तकनीकी दिक्कतों के बाद विद्युत वितरण खंडों में स्मार्ट मीटर पर रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके पिछले चार माह में करीब ढाई हजार उपभोक्ता ऐसे मिले, जो अपने रजिस्टर्ड पते पर नहीं थे। अब महकमा उनसे वसूली की तैयारी कर रहा है।
विद्युत विभाग में बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता हैं, जो अपने पंजीकृत पते पर मौजूद नहीं हैं। स्मार्ट मीटर लगाने के लिए जब विद्युत विभाग की टीम इनको नहीं तलाश सकी तो अनट्रेस की श्रेणी में डाल दिया। सितंबर 2019 में विद्युत वितरण खंड प्रथम और चतुर्थ में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत की गई। डोर टू डोर चलने वाली निजी ठेका कंपनी के लोगों को हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने थे।
इन प्रयासों में ऐसे उपभोक्ता भी मिलने लगे, जो महज रिकॉर्ड में मौजूद थे। वसूली के वक्त गायब चल रहे थे। मौजूदा समय में ऐसे करीब ढाई हजार विद्युत उपभोक्ताओं को ढूंढने में कामयाबी मिली है। अब बिजली विभाग के अफसरों ने ऐसे सभी उपभोक्ताओं से वसूली की तैयारी शुरू कर दी है।
यह सही है कि कई उपभोक्ता रजिस्टर्ड पते पर नहीं मिलते। इससे वसूली प्रभावित होती है। स्मार्ट मीटर लगवाने के दौरान निजी ठेका कंपनी को ऐसे कई उपभोक्ता मिले हैं। - कर्म सिंह, अधिशासी अभियंता मीटर, विद्युत विभाग