ड्रेनेज सिस्टम बदहाल, नालों की सफाई का बुरा हाल
ड्रेनेज सिस्टम बदहाल होने से शहर में जलभराव की समस्या बनी हुई है। इतना ही नहीं नालों की सफाई ने होने से पानी लोगों के घरों में घुस रहा है।
बरेली, जेएनएन : एक तरफ शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है तो दूसरी तरफ ड्रेनेज सिस्टम बदहाल होने से शहर में जलभराव की समस्या बनी हुई है। इतना ही नहीं नालों की सफाई ने होने से पानी लोगों के घरों में घुस रहा है।
शहर में करीब 155 नाले हैं, जिनमें से 20 बड़े नाले हैं। शहर में अब तक सुव्यवस्थित ड्रेनेज सिस्टम विकसित नहीं हो पाया है। यही वजह है कि कई इलाकों में हर साल न सिर्फ कमर तक पानी भर जाता है बल्कि घरों के अंदर भी पानी घुस जाता है। नालों की सही से सफाई ना होने से नाले चोक हो जाते हैं।
जलभराव को लेकर बाकरगंज क्षेत्र के निवासियों ने प्रदर्शन किया। समाज सेवा मंच के अध्यक्ष नदीम शमसी ने बताया कि बाकरगंज का नाला कूड़े से पटा हुआ है। कोरोना केस बढ़ने के बावजूद मलिन बस्तियों को सैनिटाइज तक नहीं कराया जा रहा है। इस मौके पर जरीना बी, रुखसाना, किशोरी, शहाना, रेशमा, नईमा और सितारा आदि महिलाओं ने प्रदर्शन किया।
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जल निकासी के लिए नए नालों का निर्माण हो रहा है। जल्द ही शहर के उन इलाकों में जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी, जहां पर यह समस्या काफी दिनों से बनी हुई है।
- डॉ. अशोक कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
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करंट उतरने से कैश काउंटर बंद, छात्र नेताओं का हंगामा
बरेली, जेएनएन: रुहेलखंड विवि के कैश काउंटर में बुधवार को पानी भरने से करंट उतर आया। डर की वजह से काउंटर बंद कर दिया गया। सर्टिफिकेट लेने आए छात्र-छात्राओं को इंतजार करता देख समाजवादी छात्र सभा के अवनेश यादव व अन्य छात्रों ने हंगामा किया। कुछ देर बाद काउंटर खोलकर फार्म जारी किए गए। विवि में अंकपत्रों का सत्यापन और त्रुटि सुधारने के लिए जिन दो कमरों में रिकॉर्ड रखे हैं, वहां भी पानी पहुंच गया है। कमरा नंबर 103 में भी पानी गिर रहा है। कर्मचारियों ने जैसे-तैसे वहां रखे चार्ट हटाए और कुलपति से लेकर परीक्षा नियंत्रक तक को लिखित रूप से अवगत कराया। परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, लेकिन इसे दिखवाया जाएगा और समस्या दूर कराई जाएगी।