बेहाल किसान : गेहूं पर गिरी थी आपदा, धान के वक्त मरहम Bareilly News
फसल पैदा कर सबका पेट भरने का जिम्मा उठाने वाला किसान खेत में बिछी पड़ी गेहूं की फसल देखकर हताश था। मदद की दरकार थी जिसे सरकार ने समझा भी।
बरेली [शांत शुक्ला] : गेहूं की फसल पैदा करते वक्त आसमान से आपदा गिरी, उसके जख्म भरने के लिए मरहम तब आया जब खेतों में धान की फसल है। उसमें भी दो तहसीलों के अफसर यह भूल गए कि उन्हें इमदाद बांटनी भी है। फिलहाल, किसानों के हाथ पर रकम रखने के बजाय पत्रों का पेट भरा जा रहा।
फरवरी में जिले में ओलावृष्टि हुई थी। गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। किसी का मकान क्षतिग्रस्त हुआ तो किसी को पशुहानि हुई। फसल पैदा कर सबका पेट भरने का जिम्मा उठाने वाला किसान खेत में बिछी पड़ी गेहूं की फसल देखकर हताश था। मदद की दरकार थी, जिसे सरकार ने समझा भी। मुआवजा देने का एलान कर दिया। तब लगा कि आसमानी आपदा से जो जख्म मिले हैं, वे कुछ भर जाएंगे।
कर्ज में दबे थे, और दब गए
छोटे किसान कभी कीटनाशक तो कभी दवाओं के लिए साहूकारों से उधारी लेते हैं। इस आस के साथ कि फसल होने पर रकम अदा कर देंगे। चूंकि गेहूं पर ओले गिर गए इसलिए न तो फसल हुई और ही कर्ज अदा कर सके। इसके बाद धान की फसल के लिए लिया गया कर्ज और चढ़ गया।
शासन से जारी हुए थे 319 लाख रुपये
सरकार ने 31 जुलाई 2019 को शासनादेश जारी किया। जिसके मुताबिक, बरेली सदर और फरीदपुर तहसील के प्रभावित किसानों को देने के लिए 319 लाख 72 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई गई।
फरीदपुर में रकम बांटना भूल गए अफसर
फरीदपुर तहसील में यह पैसा बांटा ही नहीं गया, जबकि बरेली सदर तहसील में 89 लाख 42 हजार 57 रुपये का वितरण किया गया है। इस तहसील में 21 गांवों के लगभग 2865 खातेदारों के प्रभावित होने की शासन को रिपोर्ट दी गई थी। जिनके लिए आकलन करके सरकार से दो करोड़ 17 लाख 75 हजार रुपये की सहायता की मांग की गई थी। फरीदपुर की राशि करीब 1.02 करोड़ थी। इसे पूरी तरह नहीं बांटा गया।
फरीदपुर के अफसरों ने किनारे किया डीएम का नोटिस
लापरवाही पर डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने तहसीलदारों से जवाब मांगा। इसके बावजूद फरीदपुर तहसील के अधिकारियों ने न तो जवाब दिया है और न ही पैसा बांटा है।
सदर के अफसर बोले, हमने कोई लापरवाही नहीं की
डीएम का नोटिस गया तो बरेली तहसील के अधिकारियों ने सफाई दी कि इस मामले में कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। क्योंकि उन्हें पांच अगस्त को धन आवंटन की सूचना मिली है। इंट्री करने में भी समय लगता है, इसलिए कुछ देरी हुई।
मेरी जानकारी में नहीं है लेकिन अगर ऐसा है तो मैं कोशिश करुंगा कि किसानों को जल्द से जल्द पैसा दे दिया जाए। -विशुराजा, एसडीएम फरीदपुर
किसानों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा रही है। प्रक्रिया में समय लगता है तो इसलिए थोड़ी देरी हुई लेकिन जल्द ही सभी किसानों को पैसा उपलब्ध करा दिया जाएगा। -आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार, सदर