गणतंत्र दिवस पर हंगामा, लोग बोले- क्या अपने ही देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए लेनी पड़ेगी परमिशन
26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर पुलिस ने जब लोगों से परमिशन मांगी तो भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
बरेली, जेएनएन। 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। सत्यप्रकाश पार्क पर करीब 50 लोग तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर इकट्ठा हुए। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब लोगों से परमिशन मांगी तो लोगों ने यह कहकर हंगामा करना शुरू कर दिया- क्या अपने ही देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए परमिशन लेनी पड़ेगी। हंगामा होने पर काफी भीड़ जमा हो गई। जिसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तिरंगा यात्रा निकाली जा सकी।
शनिवार दोपहर को करीब 50-60 लोग सत्यप्रकाश पार्क पर इकट्ठा हुए। उनके हाथों में झंडे थे । सभी लोग मुख्य बाजार से होते हुए गांधी उद्यान तक तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे । इसी दौरान इंस्पेक्टर किला राजेश यादव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों से कहां की बगैर परमिशन के कोई यात्रा नहीं निकलेगी। अगर तिरंगा यात्रा निकालनी थी तो पहले पुलिस प्रशासन से परमिशन लेनी चाहिए थी । इस पर लोग भड़क गए पुलिस और लोगों के बीच जमकर नोकझोंक हुई । लोगों का कहना था अब अपने ही देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए परमिशन लेनी पड़ेगी । भीड़ में कुछ लोगों ने यह भी दावा किया उन्होंने परमिशन की कोशिश की थी लेकिन पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते नहीं मिली। तिरंगा यात्रा न निकलने पर हाईवे पर भीड़ इकट्ठा हो गई। गुस्साए लोग कहने लगे कि वह हर हाल में तिरंगा यात्रा निकाल कर रहेंगे पुलिस लाठीचार्ज करें या गोली चलाएं । लोगों ने हाईवे जाम करने की धमकी तक दे डाली।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकलवाई यात्रा
माहौल बिगड़ता देख अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद सत्यप्रकाश पार्क से तिरंगा यात्रा निकलना शुरू हुई। लोग मुख्य बाजार से तिरंगा यात्रा ले जाने की बात कर रहे थे। चूंकि वहां दूसरे समुदाय के काफी लोग इकट्ठा थे इसलिए प्रशासन ने हाईवे से होते हुए गांधी उद्यान तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तिरंगा यात्रा निकलवाई। तिरंगा यात्रा सकुशल संपन्न होने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
वेवजह कर रहे थे हंगामा, समझाकर शांत करवाया
इंस्पेक्टर किला राजेश यादव ने बताया कि कुछ लोग तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर बेवजह हंगामा कर रहे थे । उन्हें समझा दिया गया। शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा संपन्न हुई।