Dharam Pal Murder Case : किसान को पेड से बांधकर जलाने के मामले में पुलिस का यू-टर्न, अब साबित कर रही आत्महत्या
Dharam Pal Murder Case बरेली में किसान धर्मपाल को पेड़ से बांधकर जलाने के मामले में पुलिस का यू टर्न आ गया है। मामले में पुलिस का यू टर्न दोपहर बाद आया। जिसके बाद पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इतर मामले को आत्महत्या साबित करने में जुट गई है।
बरेली, जेएनएन। किसान धर्मपाल की जलाकर हत्या का मामला कई राज समेटे हुए है। पुलिस इसे आत्महत्या साबित करने पर जुटी रही, हंगामा हुआ तब मुकदमा दर्ज किया। दूसरी ओर 24 घंटे तक तहरीर न देने वाले स्वजन ने रविवार दोपहर पूर्व प्रधान को भी वारदात में शामिल बता दिया। यह नामजदगी कितनी सही है और कितनी सियासी, इसको लेकर कयास होने लगे हैं। फिलहाल, शाम को मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने पड़ोसी व पूर्व प्रधान को पकड़ लिया है।
गांव वरगमा में रहने वाले किसान धर्मपाल शनिवार की रात को निर्माणाधीन मकान में सोने गए थे। रविवार सुबह करीब नौ बजे उनका जला हुआ शव पेड़ के तने से कंटीले तार से बंधा मिला। उस वक्त स्वजन का कहना था कि वह अवसाद में रहते थे। किसी से रंजिश नहीं है। पड़ोसी तोताराम से रास्ते का विवाद था, मगर 20 साल पहले कोर्ट से फैसला हो गया। रविवार सुबह तक स्वजन की ओर से तहरीर नहीं दी गई थी।
दोपहर को बदली स्थिति: दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद धर्मपाल का शव गांव पहुंचा। उनकी पत्नी धर्मेद्री देवी ने कहा कि पति की हत्या की गई है। धर्मपाल के कमरे में मिली एक डायरी के पेज पर लिखा था कि मुङो पड़ोसी तोताराम से खतरा है। बेटियों को भी यही बताते थे। वारदात में पूर्व प्रधान ओमकार भी शामिल है। इससे पहले तक स्वजन चुप थे तो पुलिस भी आत्महत्या की ओर इशारा कर रही थी। अचानक हंगामा होने लगा, चेतावनी दी गई कि यदि मुकदमा नहीं हुआ तो शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। जिसके बाद दोनों आरोपितों पर मुकदमा दर्ज हो सका।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बता रही हकीकत: रविवार शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, जिसमें बताया गया कि जलने से धर्मपाल की मौत हुई है। इसकी आशंका पहले ही जताई जा रही थी कि उन्हें सोते समय घर से उठाया गया। उनकी चप्पलें चारपाई के पास ही मिली थीं। यदि वह खुद आए होते तो चप्पलें पहनते।
डायरी में रखते थे हर बात का हिसाब: धर्मपाल हर बात का हिसाब डायरी में लिखते थे। तारीख दर तारीख वह खर्च के साथ सभी ब्यौरा उसमें लिखते थे। इसी डायरी से पुलिस को वह लेटर मिला है जिसमे धर्मपाल ने तोताराम व पूर्व प्रधान ओंकार से खतरे की बात कही है।
रविवार सुबह एसएसपी भी पहुंचे। सीओ बहेड़ी यतेन्द्र सिंह नागर, एसएचओ योगेश कुमार से घटना से जुड़ी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने वरगमा के दर्जनभर से अधिक ग्रामीणों से अलग-अलग बातचीत की। उनके बयान दर्ज किए गए।