गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ
रामगंगा घाट के पास गुरुवार को भी गजानन विसर्जन अनुष्ठान हुआ।
जागरण संवाददाता, बरेली: रामगंगा घाट के पास गुरुवार को भी गजानन विसर्जन अनुष्ठान हुआ। सात दिन पंडालों और घरों में गणेश पूजन के बाद भक्त घाट पर प्रतिमा विसर्जन को पहुंचे। गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष के बीच उन्होंने गणपति को विदा किया। परिवार की खुशहाली के साथ ही शांति की मनोकामना कर अगले वर्ष जल्द आने की प्रार्थना की।
शहर में विभिन्न मुहल्लों में सजे गणेश पंडालों में सुबह विधि विधान से गणेश पूजन और हवन हुआ। फिर भक्तों ने गजानन की आरती कर आशीर्वाद लिया। फिर गणेश शोभायात्रा निकली, जिसमें मुहल्ले के लोगों ने गणपति बप्पा को विदा किया। इससे घाट पर गजानन विसर्जन अनुष्ठान सुबह 11 बजे से शुरू हुआ, जो कि शाम 5.30 बजे तक जारी रहा। लगातार भक्त प्रतिमा लेकर आते रहे और विधि विधान से मूर्ति विसर्जन कर स्नान को पहुंचे। इससे शाम छह बजे के बाद तक घाट पर श्रद्धालुओं रेला उमड़ा रहा। गुरुवार को पूरे दिन में 85 से अधिक छोटी बड़ी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। घाट पर पहुंचे सख्त रहा अफसरों का रवैया
घाट पर गुरुवार को जिला और पुलिस प्रशासन के अफसरों को रुख थोड़ा सख्त रहा। उन्होंने गणेश प्रतिमा को खोदे गए गढ्डे से आगे गणेश प्रतिमा लेकर भक्तों को नहीं जाने दिया। सभी छोटी बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन गढ्डे में ही कराया। इसके साथ ही गढ्डे के बंधों की सुरक्षा को चारों तरफ गोताखोर खड़े रहे। उन्होंने भक्तों को उस पर ज्यादा देर खड़े नहीं होने दिया। पुराने गढ्डे के आस पास गीली मिट्टी में छोड़ी प्रतिमाएं
गुरुवार को घाट किनारे पुराने गढ्डे के आसपास भी छोटी छोटी गणेश प्रतिमाएं गीली मिट्टी में फंसी नजर आईं। इसके साथ ही गणपति विसर्जन को आए भक्त घाट किनारे ही पूजा में प्रयुक्त हुई सामग्री ऐसे ही जगह जगह छोड़ गए हैं, जिसमें फूल से लेकर नारियल और कलश तक रहे। जगह जगह इसके लगे ढेर घाट पर गंदगी को बढ़ावा देते दिखे।