अक्षरधाम मंदिर के केयरटेकर से ठगी पर दिल्ली पुलिस ने बरेली में पकडा फर्जी कॉल सेंटर, लड़कियों ने खोला ये राज
दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के केयरटेकर से बरेली के शातिर ठगों ने लाखों की ठगी कर ली। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरु की।
बरेली, जेएनएन। दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के केयरटेकर से बरेली के शातिर ठगों ने लाखों की ठगी कर ली। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरु की। पड़ताल में मिला मोबाइल नम्बर बरेली का निकला। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की तो ईसाइयों की पुलिया के पास चल रहे एक कॉल सेंटर का निकला। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने बारादरी पुलिस के साथ फर्जी कॉलसेंटर में छापेमारी कर मुख्य सरगना समेत कॉल सेंटर में नोकरी करने वाले 12 कर्मचारियों जिसमें 9 लड़कियां हैं को पकड़ लिया। मोके पर रजिस्टर लैपटॉप दर्जनों मोबाइल पुलिस ने जब्त किए हैं। इस कॉल सेंटर से इंश्योरेंस के नाम पर लोगों से ठगी की जाती थी।
बारादरी पुलिस ने बताया कि 25 जुलाई को अक्षरधाम मंदिर के केयरटेकर मंडावली निवासी ज्योतिन्दर मुकुंद राय दवे के पास ठगो का फोन आया था। कि वह इन्श्योरेंस कंपनी से बोल रहे है। यूपी ने सीएम योगी ने पेंशन योजना चला रखी है। जिसमें रुपये लगाने पर तीन हजार रूपए हर महीने पेंशन मिलेगी वह शातिरों के झांसे में आ गए। उन्होंने ठगो की बात पर भरोसा कर लिया और ठगो ने उनसे 1 लाख 38 हजार रूपए ठग लिए। ठगो ने उन्हें आरबीआइ की मोहर लगी रशीद भी दी। पीड़ित के जानने वाले आरबीआइ में थे तो उन्होंने उनसे स्कीम के बारे में पूछा तो पता चला कि ऐसी कोई स्कीम ही नहीं है। इस पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ और मंडावली थाना में मुकदमा दर्ज कराया।सर्विलांस के जरिये पहुची दिल्ली पुलिस पीड़ित के पास जिन नंबरों से काल गई थ। उन्हें दिल्ली पुलिस ने सर्विलांस के जरिये ट्रेस किया तो पता चला कि ये नंबर बरेली के है।
जिसके बाद दिल्ली पुलिस बरेली आई तो नम्बर ईसाइयों की पुलिया के पास लोकेशन मिली। दिल्ली पुलिस ने बारादरी पुलिस कि मदद ली और खान मार्केट में चल रहे काल सेंटर में छापा मार दिया। मुखिया समेत 14 को पकड़ा। पुलिस ने छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर संचालक अनिल गुप्ता निवासी गजरौला पीलीभीत, उसके साथी अनुपाल शर्मा निवासी सुभाषनगर, सचिन निवासी श्यामगंज कालीबाड़ी, राजू समेत 9 लड़कियों को पकड़ा जो कॉल सेंटर में नोकरी करती थी।
मार्च में नोयडा से आकर खोला था सेंटर
पुलिस जांच में आया कि कॉल सेंटर मार्च 2020 से चल रहा था। इससे पहले अनिल गुप्ता नोएडा सेक्टर 63 में अपना कॉल सेंटर चलाता था।
दिल्ली का है मास्टरमाइंड
अनिल ने बताया वह दिल्ली के गौरव त्यागी से संपर्क में है। गौरव त्यागी ही इस रैकेट का मास्टरमाइंड है। गौरव त्यागी के खाते में रकम डाली जाती है और वह रकम डलवाने के तीस प्रतिशत लेता है। पुलिस अब गौरव त्यागी की तलाश में जुट गई है।
लॉकडाउन में एक माह में ठगे 34 लाख
पड़ताल के दौरान पुलिस को अनिल गुप्ता के कई अकाउंट की डिटेल मिली है। जिसमें एक अकाउंट में एक महीने में जून और जुलाई का 35 लाख से अधिक का ट्रांजैक्शन हुआ है। वह कॉल सेंटर में लड़कियों के माध्यम से ठगी करते थे।
छह हजार वेतन व दो प्रतिशत कमीशन पर काम
पूछताछ के दौरान लड़कियों ने बताया कि वह छह हजार रुपये महीने और दो प्रतिशत कमीशन पर काम करती थी। वह तो इन्श्योरेंस के लिए फोन करती थी उन्हें नहीं पता कि ठगी होती थी। दो स्कीम चला रखी थी पुलिस जांच में आया कि ठगो ने दो स्कीम चला रखी थी। वह इंश्योरेंस के साथ ठगी का काम करते थे। पहली स्कीम श्रीराम लाइफ इन्शुरेंस के नाम से थी। जिसका प्लान 12 साल का था। इसमें एक साल में 30 हजार रूपए जमा कराए जाते थे। 12 साल तक तीन लाख 60 हजार जमा कराए जाते थे। 17 साल बाद 6 लाख रुपए दिए जाते थे। दूसरी स्कीम स्टार हेल्थ इन्शुरेंस के नाम से थी। यह स्कीम पांच साल की थी और इसमें भी साल में 30 हजार जमा कराए जाते थे। डेढ़ लाख जमा करने पर ढाई लाख वापस देने का वादा किया जाता था। अनिल गुप्ता ने टीएसपी सर्विस के नाम से बिजनेस अकाउंट भी खोल रखा था। जिसमे 34 लाख का लेनदेन है।
25 मोबाइल समेत रजिस्टर किया बरामद
पुलिस ने छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में रजिस्टर मिले है। इस दौरान दो लैपटॉप के साथ 25 मोबाइल और एक टैब भी बरामद किया है।एक दर्जन से अधिक खातेदिल्ली पुलिस की माने तो शातिरो ने पीड़ित को तीन खाते दिए थे। शातिरों के एक दर्जन से अधिक खाते होने की संभावना है। जिसमे करोडों का लेनदेन है।वर्जनआरोपितों से पूछताछ की जा रही है। रजिस्टर और मोबाइल खंगाले जा रहे हैं। दिपांशु शर्मा, इंस्पेक्टर बारादरी