बरेली में सराफा कारीगर की मौत, कमरे में मिला शव
किला थाना क्षेत्र के मलूकपुर में किराए के कमरे में रह रहे सराफा कारीगर की संदिग्ध हालात में लाश मिली। दोस्त की सूचना पर पुलिस पहुची तो लाश जमीन पर पड़ी थी और गले मे रस्सी का फंदा थ
बरेली, जेएनएन : किला थाना क्षेत्र के मलूकपुर में किराए के कमरे में रह रहे सराफा कारीगर की संदिग्ध हालात में लाश मिली। दोस्त की सूचना पर पुलिस पहुची तो लाश जमीन पर पड़ी थी और गले मे रस्सी का फंदा था। पूछताछ में दोस्त ने बताया दरवाजा नहीं खुलने पर तोड़ा तो शव फंदे पर लटक रहा था। उसने रस्सी काटकर नीचे उतारा लेकिन शरीर में हलचल नहीं थी। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पश्चिम बंगाल जिला हुगली के भदसेर निवासी राजू मलूकपुर में प्रमोद रस्तोगी के यहां किराये पर रहकर सराफा कारीगरी का काम करता था। वह इन दिनों सुनारों वाली गली में एक सर्राफ की दुकान पर काम करता था। सोमवार दोपहर उसके गांव का ही दोस्तइमरान खान जो उसके साथ रहकर काम करता था। दोपहर में कमरे में पहुचा तो दरवाजा नहीं खुला। इमरान ने बताया कि दरवाजा नहीं खुलने पर उसने दरवाजा तोड़ दिया। देखा तो राजू छत पर लगे कुंडे में नायलॉन की रस्सी के सहारे लटक रहा था। उसने सीढ़ी लगाकर चाकू से रस्सी काट कर नीचे उतारा लेकिन शरीर ठंडा पड़ चुका था। जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी। जानकारी पर मलूकपुर चौकी इंचार्ज पहुचे और कमरा चेक किया लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। राजू ने खुदकुशी क्यों कि इसका भी कारण नहीं पता चल सका। किला एसएसइ सुनील कुमार ने बताया पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि राजू ने खुदकुशी की या फिर मामला कुछ और है।
कोरोना का हुआ शोर, चौकी इंचार्ज ने नहीं छुआ शव
खुदकुशी के दौरान किसी ने कहा कि राजू को कोरोना के लक्षण थे। जिसके बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। चौकी इंचार्ज रजनीश ने शव को छूने से मना कर दिया। हालांकि इस दौरान पता चला कि महज अफवाह है। जिसके बाद दरोगा रहमत अली पहुचे और उन्होंने पीपीई किट पहनकर शव का पंचनामा भरा।