शुरू हुई जांच: डाटा लॉगर ने बताया, काशी विश्वनाथ की गई थी रिवर्स bareilly news
सीबीगंज के पास शुक्रवार को काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के लोको पायलट ने रेड सिग्नल पार करने के अलावा अधिकारियों को गुमराह करने की भी कोशिश की थी।
जेएनएन, बरेली : सीबीगंज के पास शुक्रवार को काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के लोको पायलट ने रेड सिग्नल पार करने के अलावा अधिकारियों को गुमराह करने की भी कोशिश की थी। जांच के दौरान रेलवे ट्रैक पर लगे डाटा लॉगर को रीड किया गया। तब पता चला कि काशी विश्वनाथ को रोकने के बाद लोको पायलट ने इसे दोबारा करीब चार डिब्बा पीछे किया था। इससे निलंबित लोको पायलट एसपी पांडेय एवं सहायक प्रमोद कुमार सोनी के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शुक्रवार को डाउन लाइन की काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस लोको पायलट एसपी पांडेय एवं सहायक प्रमोद कुमार सोनी ले जा रहे थे। सीबीगंज स्टेशन के आउटर के पास लाइन क्लीयर न होने की वजह से काशी विश्वनाथ को रेड सिग्नल दिया गया था। मगर चालक के रोकने तक ट्रेन लाल सिग्नल पार कर चुकी थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यालय के आदेश पर लोको पायलट को शाहजहांपुर स्टेशन पर बदल दिया गया था। वहीं, सीनियर डीएमई ने प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए शनिवार को लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को निलंबित कर दिया था। वहीं, मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए टीम गठित की थी। जिसे हफ्ते भर में अपनी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपनी है।