मढ़ीनाथ समेत निचले इलाकों में जलभराव का खतरा
जागरण संवाददाता, बरेली : बारिश में इस साल भी मढ़ीनाथ और उसके आसपास इलाकों में जलभराव के आसार बन गए ह
जागरण संवाददाता, बरेली : बारिश में इस साल भी मढ़ीनाथ और उसके आसपास इलाकों में जलभराव के आसार बन गए हैं। ऊपर तक लबालब भरा नाला मुसीबतों का सैलाब लाने को तैयार है। बारिश हुई तो एक बार फिर नगर निगम के दावे झूठे साबित होंगे। वजह नाले की सफाई नहीं हुई है। अतिक्रमण तो हटाया ही नहीं गया है। कई जगह नीची पुलिया पर कूड़ा अटक रहा है। आधे से अधिक भाग में नाला आज भी कच्चा है। कई जगह नाले की दीवारें टूट चुकी हैं। खाली प्लाटों और रास्ते पर नाले का पानी भर रहा है। बारिश में जबरदस्त जलभराव होगा। नगर निगम ने नाले की सफाई तो की है, लेकिन पानी आगे बढ़ता नहीं दिखाई देता। अब भी कई जगह भीषण गंदगी से नाला भरा है। इसकी बदहाली के प्रति अधिकारी चिंतित नहीं दिखाई देते। मंगलवार को जागरण की टीम ने नाले की सफाई का जायजा लिया तो कई स्थान पर अतिक्रमण और गंदगी मिली।
नाले की हकीकत
मढ़ीनाथ ब्रह्मदेव स्थल - करगैना नाला
लंबाई - साढ़े पांच किमी
हकीकत - तलीझाड़ नहीं
समस्या - बडे़ हिस्से पर अतिक्रमण, कई जगह दीवारे टूटे और कच्चा नाला
दिक्कत - अतिक्रमण चिन्हित नहीं किया गया।
होगी मुश्किल - बारिश होने पर नाला उफान पर होगा। ऐसे में मढ़ीनाथ, गणेशनगर, शांति विहार समेत कई मुहल्लों में होगा जलभराव।
यह है नाले का मौजूदा हाल
- मढ़ीनाथ ब्रह्मदेव स्थल के पास पानी में गति नहीं
- इसके पास ही नाले पर तमाम स्लैब, चबूतरे बने
- संत कृपाल आश्रम से पहले टूटे नाले से बाहर आ रहा पानी
- हनुमान गढ़ी में सब्जी मंडी के पास नाला चोक
- शांति विहार रोड पर कच्चा नाला दे रहा परेशानी
- बदायूं रोड में नाले पर पड़े हैं कई स्लैब, पुलिया पर गंदगी
- करगैना पुलिया के पास तालाब में समा रहा नाले का पानी वर्जन
पूरे नाले की ठीक से सफाई कराई जा रही है। स्लैब हटाकर भी नाला साफ हो रहा है लेकिन कई जगह स्लैब नहीं हट पा रहा। इसके लिए निर्माण विभाग की मदद लेकर सफाई करवाई जाएगी। पूरी टीम नालों की सफाई में लगी हुई है।
डॉ. अशोक कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी लोगों से बातचीत
- करीब एक महीने पहले नगर निगम ने नाले की सफाई कराई थी लेकिन सफाई ठीक नहीं हुई। बारिश में जलभराव का खतरा रहेगा।
तारा सक्सेना
- नाला सफाई के नाम पर जनता के साथ सिर्फ धोखा किया जा रहा है। नाले में गंदगी भरी रहती है। सफाई के नाम पर खानापूर्ति होती है।
मधु
- नगर निगम सफाई करने के लिए प्रयास तो करता है लेकिन तली झाड़ सफाई नहीं हो पाती है। इस कारण हर बार जलभराव होता है।
हरवीर सिंह
- संत कृपाल आश्रम के पास सफाई नहीं कराई गई है। वहां स्लैब नहीं तोड़ा है। इस कारण पानी व कूड़ा अटक रहा है। इससे जलभराव होगा।
रामकेदार तिवारी