डेयरी संचालक कर रहे मनमानी, सड़कों पर लग रहा है जाम
प्रशासन की तरफ से डेयरी संचालकों को पशुओं को सड़कों पर निकालने का समय निर्धारित करने के बाद भी संचालकों का रवैया बदला नहीं है। इससे सडकों पर जाम लग रहा है तो राहगीरों को परेशानी हो रही है।
पीलीभीत, जेएनएन। प्रशासन की तरफ से डेयरी संचालकों को पशुओं को सड़कों पर निकालने का समय निर्धारित करने के बाद भी संचालकों का रवैया बदला नहीं है। संचालकों ने दो चार दिन तो नियमों का पालन किया लेकिन फिर वही रवैया हो गया। इससे सडकों पर जाम लग रहा है तो राहगीरों को परेशानी हो रही है।
शहर के अंदर लगभग ढाई सौ डेयरियां संचालित हो रही हैं। इन डेयरियों में सैकड़ों की संख्या में भैस, गाय का पालन हो रहा है। डेयरी वाले किसी भी समय अपने पशुओं को सड़कों पर निकाल देते थे। इससे यातायात की समस्या पैदा हो रही थी। ऐसे में जिला प्रशासन के निर्देश पर पिछले महीने नगर पालिका परिषद के अधिकारियों ने डेयरी संचालकों के साथ बैठक करके पशुओं के बाहर निकालने का समय निर्धारित कर दिया था। तय समय के अलावा किसी अन्य समय पर पशुओं को सड़कों पर निकालने वाले डेयरी संचालकों से जुर्माना वसूलना भी निर्धारित किया गया। सिर्फ दो चार दिन तो डेयरी वालों ने तय वक्त पर ही अपने पशुओं को सड़कों पर निकाला लेकिन फिर पुराने ढर्रे पर आ गए। डेयरी के पशुओं के झुंड टनकपुर रोड, राजकीय आयुर्वेदिक कालेज रोड, गैस चौराहा से नखासा चौराहा जाने वाली रोड, लाल रोड, रामलीला रोड आदि पर समस्या ज्यादा रहती है। किसी भी समय पशुओं को निकालने पर सड़कों पर उनकी वजह से जाम लग जाता है। इससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। उधर, पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि उन्होंने अभी हाल में ही यहां का कार्यभार ग्रहण किया है। इस बारे में देखेंगे कि क्या व्यवस्था तय की गई थी। उसका कड़ाई के साथ पालन कराया जाएगा।