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क्राइम ब्रांच की टीम ने हिस्ट्रीशीटरों से वसूली थी बड़ी रकम

घूसखोरी की वीडियो वायरल होने के बाद क्राइम ब्रांच की कलई खुलने लगी है। क्राइम ब्रांच की वसूली अवैध शराब और नशे के कारोबार तक ही नहीं बल्कि जिले के हिस्ट्रीशीटरों से भी कार्रवाई का डर दिखा कर लाखों की वसूली चल रही थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 02:30 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 02:30 AM (IST)
क्राइम ब्रांच की टीम ने हिस्ट्रीशीटरों से वसूली थी बड़ी रकम

बरेली, जेएनएन : घूसखोरी की वीडियो वायरल होने के बाद क्राइम ब्रांच की कलई खुलने लगी है। क्राइम ब्रांच की वसूली, अवैध शराब और नशे के कारोबार तक ही नहीं बल्कि जिले के हिस्ट्रीशीटरों से भी कार्रवाई का डर दिखा कर लाखों की वसूली चल रही थी। लॉकडाउन के दौरान यह राज खुला, लेकिन कार्रवाई न होने के चलते क्राइम ब्रांच के आरोपित पुलिस कर्मियों के हौंसले और बुलंद हो गए थे।

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बेरोजगारी के कारण उस दौरान कई हिस्ट्रीशीटरों ने लॉक डाउन का हवाला देते हुए रुपये न होने के कारण क्राइम ब्रांच को रुपये नही दे सके थे। इसके बाद दर्जनों हिस्ट्रीशीटरों को जेल भेज दिया गया। जेल से छूटे हिस्ट्रीशीटरों ने मामले की शिकायत भी की लेकिन तत्कालीन एसएसपी ने उनकी सुनवाई नहीं की। अब पूरे मामले और शिकायतों को देखते हुए क्राइम ब्रांच के खिलाफ अधिकारियों ने एक और जांच शुरू करा दी है। वहीं दूसरी ओर आरोपित पुलिसकर्मियों में गिरफ्तारी का खौफ है। इसके चलते ही वह सभी अब तक फरार हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस की दो टीमें आरोपितों की तलाश में लगी हैं, लेकिन वह घर पर नहीं हैं और उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि आरोपित पुलिस कर्मियों की तलाश जारी है, जल्द ही उन सभी को गिरफ्तार किया जाएगा। तीन साल पहले वायरल हुई थी वसूली की एक लिस्ट

क्राइम ब्रांच की वसूली का मामला कोई नया नहीं है। कई बार वसूली के ऑडियो वायरल हुए लेकिन हर बार मामले दबते रहे। तीन साल पहले क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर से नाराज एक दीवान ने क्राइम ब्रांच की वसूली लिस्ट का पन्ना वायरल किया था। इसमें जिले के 100 से अधिक सटोरियों के नाम थे। जिनसे क्राइम ब्रांच वसूली करती थी। वसूली लिस्ट क्राइम ब्रांच के सिपाही ने बनाई थी। जिले में सट्टे से 10 लाख से अधिक की वसूली

सट्टे का काम कर रहे कुछ सटोरियों ने बताया कि छोटे कारोबारियों से 10 हजार और खाईबाड़ी से 50 हजार की वसूली क्राइम ब्रांच करती थी। जिले में करीब 100 सटोरिए है जिनसे क्राइम ब्रांच महीने में 10 लाख से अधिक वसूल करती थी।


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