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Covid-19 Third Wave Alert News : बरेली के स्वास्थ्य विभाग ने नहीं बनाया कोई प्लान, तीसरी लहर आई तो खलेगी डाक्टर व स्टाफ की कमी

Covid-19 Third Wave Alert News तीसरी लहर अगर आती है तो उससे लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह संसाधन जुटा लिए हैं लेकिन अब भी एक बड़ी कमी विभाग में हैं। विभाग मानव संसाधन पूरे नहीं कर पाया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 02:07 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 02:07 PM (IST)
Covid-19 Third Wave Alert News : बरेली के स्वास्थ्य विभाग ने नहीं बनाया कोई प्लान

बरेली, जेएनएन। Covid-19 Third Wave Alert News : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में आक्सीजन, अस्पतालों में बेड, वेंटीलेटर आदि की कमी झेलनी पड़ी। तीसरी लहर अगर आती है तो उससे लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह संसाधन जुटा लिए हैं, लेकिन अब भी एक बड़ी कमी विभाग में हैं। विभाग मानव संसाधन पूरे नहीं कर पाया है। अगर तीसरी लहर आई तो जिले में डाक्टरों व स्टाफ की कमी झेलनी पड़ेगी। अधिकारियों ने भी इस कमी को माना है। अगर जरूरत पड़ी तो आला अफसरों के अनुमोदन पर संविदा में भर्तियां करने की बात कही है।

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जिले में 71 डाक्टरों की है कमी 

सीएमओ के अधीन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो जनसंख्या और स्वास्थ्य केंद्रों को देखते हुए डाक्टरों की खासी कमी विभाग झेल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के लिए जिले में शासन से सृजित पदों की संख्या 237 हैं, लेकिन अब तक यह संख्या पूरी नहीं हो पाई है। जिले में मात्र 166 डाक्टर ही सेवाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही करीब साढ़े तीन सौ नर्स जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में लगी हुई हैं।

तीन सौ बेड अस्पताल में चौथाई मानव संसाधन 

कोविड एल टू अस्पताल बना तीन सौ बेड अस्पताल में अब सभी तीन सौ बेड तैयार कर लिए गए हैं। यहां वेंटीलेटर, पीकू आदि की व्यवस्था भी कर ली गई है, लेकिन मानव संसाधन जरूरत के हिसाब से चौथाई ही हैं। सीएमएस डा. वागीश वैश्य ने बताया कि अस्पताल में 45 नर्सिंग स्टाफ की जरूरत है, लेकिन सिर्फ 11 काम कर रही हैं। इसके साथ ही तीन शिफ्ट में वार्ड और इमरजेंसी में ड्यूटी करने के लिए 18 जनरल ड्यूटी डाक्टर और करीब छह विशेषज्ञ डाक्टरों की जरूरत यहां हैं। लैब टेक्नीशियन व अन्य स्टाफ की संख्या भी काफी कम है।

विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहा जिला अस्पताल 

जिला अस्पताल में भी आज तक विशेषज्ञों की कमी को दूर नहीं किया जा सका है। शासन ने यहां के लिए 43 विशेषज्ञ डाक्टरों के पद स्वीकृत किए हैं, लेकिन अस्पताल में सिर्फ 27 डाक्टरों की ही तैनाती है। मौजूदा समय में 16 विशेषज्ञ डाक्टर कम हैं। पैरामेडिकल स्टाफ के 35 पदों में से सिर्फ 26 पद भरे हैं, नौ पद अभी खाली हैं। नर्सिंग स्टाफ की संख्या 54 हैं, करीब नौ पद अभी खाली हैं।

महिला अस्पताल में दूर हुई कमी 

गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं के साथ ही नवजात को इलाज दे रहे जिला महिला अस्पताल में अब डाक्टरों की कमी दूर हुई है। बीते दिनों दो डाक्टरों की तैनाती के बाद यहां समस्या खत्म हुई है। सीएमएस डा. अलका शर्मा के मुताबिक अब डाक्टरों की बहुत कमी अस्पताल में नहीं है। नर्सिंग स्टाफ व टेक्नीशियन आदि की संख्या कम है।

- कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए विभाग ने पुख्ता तैयारियां की हैं। डाक्टरों व अन्य स्टाफ की कोई खास कमी नहीं है। अगर जरूरत पड़ेगी तो संविदा पर रखा जाएगा। अन्य जिलों से भी डाक्टरों व स्टाफ को लिया जाएगा। डाक्टरों, नर्स की ट्रेनिंग हो चुकी है। डा. एसपी अग्रवाल, एडी हेल्थ

- जिले में मानव संसाधन की कुछ कमी है। इसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो डीएम की अनुमति लेकर संविदा पर भी भर्तियां की जाएंगी। डा. बलवीर सिंह, सीएमओ


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