Coronavirus : इन लक्षणों वाले कर्मचारी ट्रेन में नहीं सर्व करेंगे खाना, यात्रियों को मिलेगी ये खास सुविधा
आइआरसीटीसी अब ट्रेन में खाना की डिमांड करने वाले यात्रियों को खाने से पहले सैनिटाइजर देगा। जिससे हाथ धोने के बाद ही यात्री खाना खाएंगे।
बरेली, जेएनएन । आइआरसीटीसी अब ट्रेन में खाना की डिमांड करने वाले यात्रियों को खाने से पहले सैनिटाइजर देगा। जिससे हाथ धोने के बाद ही यात्री खाना खाएंगे। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आइआरसीटीसी ने यह व्यवस्था लागू की है। इसके साथ ही यात्री भी अब जागरूक भी दिख रहे हैं। अमूमन एक ट्रेन में 25 किलो तक मांस की होने वाली खपत अब घट कर महज पांच किलो के आसपास रह गई है।
आइआरसीटीसी के सीआरएम अश्वनी श्रीवास्तव ने बताया कि रेल यात्रियों के लिए रसोई से लेकर खाना परोसने तक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। पैंट्री, कैंटीन स्टाफ सैनिटाइजर का पैकेट न दे तो शिकायत की जा सकती है। रसोई के स्टोर में खाद्य पदार्थ एक निश्चित तापमान में रखे जा रहे हैं। साथ ही पैंट्री या कैटरिंग के किसी कर्मचारी को बुखार या खांसी है तो उसे यात्रियों की सेवा में नहीं लगाया जाएगा।
इसके अलावा ट्रेनों में शाकाहारी थाली की डिमांड बढ़ी है। जबकि मांसाहारी थाली में भारी गिरावट आई है। फरवरी माह तक एक ट्रेन में अमूमन 20 से 25 किलो चिकन की खपत हो जाती थी। जो वर्तमान में पांच किलो भी नहीं पहुंच रही है। बरेली जंक्शन से निकलने वाली अवध असम एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस में सबसे अधिक चिकन की खपत होती थी।
आइआरसीटीसी के जरिए खाना मंगाने वाले सभी यात्रियों को खाने से पहले सैनिटाइजर का पैकेट दिया जा रहा है। इसके अलावा ट्रेनों में मांसाहारी थाली की संख्या में भारी कमी आई है। शाकाहारी की मांग बढ़ी है। - अश्विनी श्रीवास्तव, सीआरएम आइआरसीटीसी