कांग्रेस यूपी में नहीं करेगी कोई बड़ी रैली, वाराणसी, आजमगढ़ की मैराथन निरस्त, जानें क्या है वजह
UP Congress big Decision झांसी मेरठ के बाद बरेली में हुई अव्यवस्थित लड़की हूं लड़ सकती हूं मैराथन के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश में बड़ी रैली व वाराणसी आजमगढ़ में होने वाली मैराथन को अगली सूचना तक के लिए निरस्त कर दिया है।
बरेली, जेएनएन। UP Congress big Decision : झांसी, मेरठ के बाद बरेली में हुई अव्यवस्थित लड़की हूं लड़ सकती हूं मैराथन के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश में बड़ी रैली व वाराणसी, आजमगढ़ में होने वाली मैराथन को अगली सूचना तक के लिए निरस्त कर दिया है। उन्होंने इसके पीछे प्रदेश समेत अन्य राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कहा है।
प्रियंका ने कहा है कि जनता उनके लिए किसी भी रैली या अभियान से बढ़कर है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से बड़े आयोजनों की जगह घर-घर जाकर जनता से संवाद करने व पार्टी की उपलब्धियां बताने व कोविड से बचाव के तरीके बताने को कहा है। जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी व महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला ने बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का जिले में पालन कराया जाएगा। बताया कि कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए गांव और वार्ड में बैठक कर कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में विजयी बनाएंगे।
मैराथन में घायल लड़कियों से मिल करेंगे मददः पार्टी के जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने कहा कि मैराथन में कुछ लड़कियां उत्साह के चलते गिरकर घायल हो गई थी। जिलाध्यक्ष होने के नाते वह स्वयं घायल हुई लड़कियों के घरों पर जाकर उनसे मिलेंगे। साथ ही उनकी हर संभव मदद करने की कोशिश करेंगे।
मैराथन की प्रशासन ने बाल आयोग को भेजी रिपोर्ट : कांग्रेस की मैराथन में मची भगदड़ की जांच कर सिटी मजिस्ट्रेट ने रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। उन्होंने घटना में चोटिल हुई बच्चियों और कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन किए जाने की जानकारी दी है। इसके साथ ही रिपोर्ट बाल आयोग को भी भेजी गई है। मंगलवार को कांग्रेस ने शहर में लड़कियों की मैराथन का आयोजन किया था। इसमें अचानक भगदड़ मच गई। इस कारण तमाम लड़कियां एक-दूसरे के ऊपर गिर गई।
उन्हें चोटें भी आई। मामले का संज्ञान राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लेकर डीएम को आयोजकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए। उनके प्रमुख निजी सचिव की ओर से भेजे गए पत्र में घटना में घायल लड़कियों के उपचार के बाद 24 घंटे में स्थिति से अवगत कराने को कहा गया। इसके साथ ही सात दिन में घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। इसके साथ ही डीएम मानवेंद्र सिंह के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडेय ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। उन्होंने मामले की जांच कर रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है।
उनकी रिपोर्ट में दो बच्चियों संत नगर निवासी दृष्टि और जोगी नवादा निवासी आकांक्षा के चोटिल होने की बात है। इसके साथ ही आठ से दस लड़कियां भगदड़ में गिरीं और कुछ लड़कियां गिरकर खड़ी हुई और दोबारा दौड़ने लगी। दो घायल लड़कियों को प्राथमिक उपचार देने के बाद घर भेज दिया गया। यही रिपोर्ट बाल आयोग को भी भेजी गई है।