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रुहेलखड विश्वविद्यालय ने जारी किए आदेश, छह सितंबर के बाद महाविद्यालयों को देना होगा विलंब शुल्क

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने अपने से संबद्ध सभी महाविद्यालयों को स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए विस्तृत जानकारी 31 जुलाई को ही जारी की थी। जिसके तहत महाविद्यालयों को प्रति छात्र 31 जुलाई तक 100 रुपये जमा करना था।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 02:57 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 02:57 PM (IST)
छह सितंबर के बाद महाविद्यालयों को देना होगा विलंब शुल्क

बरेली, जेएनएन। Rohilkhand University News : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने अपने से संबद्ध सभी महाविद्यालयों को स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए विस्तृत जानकारी 31 जुलाई को ही जारी की थी। जिसके तहत महाविद्यालयों को प्रति छात्र 31 जुलाई तक 100 रुपये जमा करना था। इसके बाद महाविद्यालयों को विलंब शुल्क जमा करना था। ऐसे में महाविद्यालयों ने पंजीकरण की डेट बढ़ाने की मांग की थी। जिसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने डेट में बढ़ोत्तरी की है। कुलसचिव डा. राजीव चौधरी ने बताया कि महाविद्यालय छह सितंबर तक प्रवेश कर विश्वविद्यालय पोर्टल पर 100 रुपये प्रति छात्र की दर से प्रवेशित छात्रों को पंजीकृत करा सकते हैं। इसके बाद 13 सितंबर तक विलंब शुल्क 400 रुपये प्रति छात्र व 13 से 20 सितंबर तक विलंब शुल्क 600 रुपये प्रति छात्र पंजीकरण शुल्क देना होगा।

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बरेली कालेज में नियमानुसार कार्रवाई के अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा ने दिए निर्देश

बरेली कालेज को राज्य या केंद्रीय विश्वविद्यालय और कर्मचारियों के विनियमित करने की मांग पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा ने उच्च शिक्षा निदेशक को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा तीन सितंबर को अस्थायी कर्मचारी पूर्व मंत्री व कैंट विधायक राजेश अग्रवाल को ज्ञापन भी देंगे। बरेली कालेज कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि 11 अगस्त को हरीश चंद्र मौर्य और जितेंद्र मिश्र के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ गया था। यहां जनता दरबार में शिकायत की थी। शिकायत पर मुख्यमंत्री के सचिव ने संज्ञान लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

जितेंद्र का कहना कि हम आंदोलन को जल्दी ही तेज करेंगे। महाविद्यालय के कर्मचारी चार जनवरी से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले 105 दिन लगातार प्रदर्शन किया था, लेकिन कोरोना काल में महाविद्यालय बंद होने पर प्रदर्शन रोक दिया गया था। एक बार फिर से प्रदर्शन शुरू किया गया है। चार सितंबर को विरोध करते हुए आठ महीने हो जाएंगे।

कोरोना संक्रमण से दिवंगत शिक्षकों के स्वजनों को दी सहायता राशि

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने कोरोना संक्रमण से दिवंगत शिक्षकों के स्वजनों को उनके आवास पर जाकर विश्वविद्यालय प्रतिनिधि द्वारा ढाई लाख रुपये की सहायता राशि का चेक दिया गया। सहायता राशि दिवंगत शिक्षकों के स्वजनों को शिक्षक कल्याण कोष से दी गई। पूर्व के दिनों में विश्वविद्यालय में इस प्रकार की सहायता राशि उपलब्ध करवाने की विश्वविद्यालय नियमावली में कोई प्रावधान नहीं था।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने इस संबंध में पूर्व में एक कमेटी गठित कर शिक्षक कल्याण कोष के लिए नियमावली तैयार कराई। जिसके बाद जुलाई 2021 में विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर इस व्यवस्था को तत्काल लागू कर दिया। कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने बताया की विश्वविद्यालय प्रतिनिधि द्वारा मंगलवार को डा. नीलम पत्नी स्व. डा. सत्य प्रकाश, मीनाक्षी सक्सेना पत्नी स्व. डा. संदीप कुमार, मंजू सिंह पत्नी स्व. प्रो. योगेंद्र प्रसाद एवं डा. अलका रानी अग्रवाल पत्नी स्व. डा. राजीव कुमार अग्रवाल को उनके आवास पर जाकर चेक दिए गए।


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