छठ पूजा आज, रामगंगा किनारे सजे-संवरे घाट
बरेली: छठ पूजा का त्योहार शहर में जगह-जगह हर्षोल्लास और विधि-विधान
जागरण संवाददाता, बरेली: छठ पूजा का त्योहार शहर में जगह-जगह हर्षोल्लास और विधि-विधान से मनेगा। रुहेलखंड विश्वविद्यालय, शिव-पार्वती मंदिर, श्री तपेश्वरनाथ मंदिर, छपरा कॉलोनी, न्यू मॉडल रेलवे कॉलोनी, सिद्धार्थ नगर, शिकारपुर चौधरी में किला नदी, रामगंगा नदी के किनारे घाट सज-संवरकर तैयार हैं, जहां व्रती महिलाएं मंगलवार को पूरा दिन छठ मइया का व्रत रखेंगी। फिर शाम को घाट पर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देंगी।
सोमवार को इज्जतनगर में सजे छठ पूजा के बाजार में सबसे अधिक बिक्री गन्नों की हुई। पिछले दिनों आकर पूजा-पाठ का सामान खरीद चुके लोग भी बाजार पहुंचे और गन्नों की खरीदारी की। उन्होंने बताया कि छठ पूजा में गन्ने का विशेष महत्व है, इसलिए छठ पूजा करने वाले सभी परिवारों में इसकी खरीद जरूर होती है। इसका बड़ा कारण कोसी भरना भी है। छठ मइया की पूजा करने वाले सभी लोग परिवार की संपन्नता और खुशहाली की प्रार्थना के साथ ही मनौती भी मांगते हैं। इसके लिए कम से कम छह या 12 गन्नों की जरूरत होती है, जिससे वे कोसी भर सकें। जिन भक्तों की मुराद पूरी हो जाती है। वह भी कोसी भरते हैं, इसलिए सोमवार को गन्ने की बिक्री सबसे अधिक हुई। लाइटिंग और सजावट में जुटे रहे लोग
रुहेलखंड विश्वविद्यालय, शिव पार्वती मंदिर, श्री तपेश्वरनाथ, श्री धोपेश्वरनाथ आदि मंदिर में लोग घाट की सजावट के साथ ही मंदिर में लाइटिंग आदि की तैयारियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त रहे, जिससे मंगलवार शाम को पूजन के लिए आने वाले व्रती परिवारों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो। वहीं कुछ लोगों ने गंगा घाट किनारे जाकर सीढि़यां आदि बनाई। रामगंगा किनारे भी छठ पूजा करने वाले भक्तों और जिला प्रशासन की तरफ से सोमवार को साफ-सफाई कराई गई।