कापियों के मूल्यांकन को 31 तक चुनौती देने का मौका
मूल्यांकन से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं को चुनौती देने के लिए 31 अगस्त तक का मौका दिया है।
जागरण संवाददाता, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने वर्ष 2018 की मुख्य परीक्षाओं और सम सेमेस्टर की परीक्षाओं में मूल्यांकन से असंतुष्ट छात्र-छात्राओं को चुनौती देने के लिए 31 अगस्त तक का मौका दिया है। इनमें बीएससी में कम अंक और फेल हुए छात्र-छात्राओं को भी मौका दे दिया गया है। इसके लिए उनको 31 अगस्त तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आवेदन का मौका दिया है।
बीएससी के रिजल्ट में 60 फीसद से ज्यादा परीक्षार्थियों के फेल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने चुनौती मूल्यांकन कराने का आश्वासन दिया था। इसके बाद हुई विश्वविद्यालय कार्यपरिषद की बैठक में यह प्रावधान करने का खाका तैयार किया गया। ऐसे में, यह व्यवस्था अब लागू की गई है। आवेदन करते वक्त परीक्षार्थियों को प्रति प्रश्नपत्र दो हजार रुपये शुल्क आनलाइन जमा करना होगा। वे जितने चाहें, उतने पेपर का मूल्यांकन करा पाएंगे।
ऐसे होगा चुनौती मूल्यांकन
पूर्व मूल्यांकित कापियों का कुलपति की ओर से नामित दो मूल्यांकनकर्ताओं से अलग-अलग मूल्यांकन कराया जाएगा। यदि मूल मूल्यांकनकर्ता की ओर से दिए गए अंकों और दोनों मूल्यांकनकर्ताओं की ओर से दिए गए अंकों के औसत का अंतर 15 प्रतिशत से कम पाया जाएगातो मूल मूल्यांकनकर्ता की ओर से दिए गए अंकों में परिवर्तन नहीं किए जाएगा। यदि अंकों का औसत 15 प्रतिशत से अधिक होगा तो अंकों का औसत दोनों मूल्यांकनकर्ताओं की ओर से दिए गए अंकों के औसत से बदल दिया जाएगा।
बदला रिजल्ट तो शुल्क वापस होगा
विश्वविद्यालय ने यह भी व्यवस्था की है कि यदि चुनौती मूल्यांकन में यदि अंकों का औसत 15 प्रतिशत से अधिक पाया जाता है तो छात्र-छात्राओं की ओर से चुनौती के लिए प्रति प्रश्नपत्र जमा किए जाना वाले दो हजार रुपये के शुल्क में से पांच सौ रुपये कटौती कर 1500 रुपये परीक्षार्थियों को लौटा दिए जाएंगे। यदि चुनौती मूल्यांकन में अंकों का औसत 15 प्रतिशत से कम होगा तो शुल्क लौटाया नहीं जाएगा।