जनता तो रोज झेलती है, एक दिन सीडीओ गडढों में फंसे तो चढ गया पारा
रिठौरा-बहेड़ी मार्ग के गहरे गड्ढों में सीडीओ को हिचकोले लगे तो उन्होंने संबंधित अफसरों को कसना शुरू किया। निर्माणाधीन इस सड़क के काम में लापरवाही पर फटकार लगाई।
By Edited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 10:40 AM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 11:18 AM (IST)
जेएनएन, बरेली : रिठौरा-बहेड़ी मार्ग के गहरे गड्ढों में सीडीओ को हिचकोले लगे तो उन्होंने संबंधित अफसरों को कसना शुरू किया। निर्माणाधीन इस सड़क के काम में लापरवाही पर फटकार लगाई। दुनका-शेरगढ़ मार्ग निर्माण के रिकार्ड भी तलब कर कारण बताओ नोटिस भेजने को कहा। सीडीओ के तेवर देख अफसर अब उन मार्गो के निर्माण की गति देखने पहुंचे। शनिवार को सीडीओ बसई गांव में ओडीएफ को लेकर जागरुकता कार्यक्रम के बाद सीडीओ सत्येंद्र कुमार शेरगढ़ ब्लॉक की समस्याओं को देखने निकले। दुनका-शेरगढ़ होते हुए रिठौरा-बहेड़ी मार्ग पर पहुंचे। सड़क पर गहरे गड्ढे और धूल का गुबार देखकर उनका पारा चढ़ गया। नगर पंचायत पहुंचे मगर ब्लॉक की बाउंड्री, गेट निकासी का मुआयना कर निकल गए। कई वर्षो से तय कर रहे परेशानी भरा सबब क्षेत्र के नगरिया कला, डेलपुर, नगरिया सोपरानी, डूगरपुर, वरीपुरा केसरपुर, कुडका, रजपुरा, इस्लामपुर कवरा सहित सैकड़ों ग्रामों का सपंर्क इस मार्ग इससे जुड़ा है। उत्तराखंड के रुद्रपुर, हल्द्वानी, नैनीताल आदि को जाने वाले सैकड़ों लोग भी इन गड्ढों से होकर गुजरते हैं। रिठौरा-बहेड़ी मार्ग से नवाबगंज को भी जोड़ा जाना है। दो साल में मात्र 20 किलोमीटर बना दो लोक सभा, तीन विधान सभा तथा चार विकास खंड से घिरे फतेहगंज पश्चिमी-शाही-शेरगढ़- बहेड़ी तक 48 किलोमीटर का मार्ग दो साल पहले बनना शुरू हुआ था। करीब 36 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। मगर अब तक बहेड़ी से शेरगढ़ के बीच मात्र 20 किलोमीटर तक का टुकड़ा ही बना है। जबकि मार्च 2019 तक 28 किलोमीटर का शेष निर्माण पूरा करना है। ------ निर्माण धीमी प्रगति के कारण रिठौरा- बहेड़ी मार्ग बदहाल है। जिस पर कड़ी नाराजगी जताई कर पीडब्लूडी के अधिकारियों का जवाब-तलब किया है। इस मार्ग के साथ दुकना-शेरगढ़ मार्ग के रिकार्ड भी मंगाए हैं। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी। -सत्येंद्र कुमार, सीडीओ।
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