व्यापमं घोटाले के लपेटे में आया शहर का डॉक्टर
जागरण संवाददाता, बरेली : मध्य प्रदेश के चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के घोटाले की आंच एक बार फिर शहर तक पहुंची है। पीलीभीत बाईपास के फाइक एन्क्लेव के निवासी डॉक्टर अच्छन खान जांच के लपेटे में आए हैं। घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने उन्हें बयान देने के लिए तलब किया है। इस बाबत उन्हें नोटिस भेजा है।
जागरण संवाददाता, बरेली : मध्य प्रदेश के चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के घोटाले की आंच एक बार फिर शहर तक पहुंची है। पीलीभीत बाईपास के फाइक एन्क्लेव के निवासी डॉक्टर अच्छन खान जांच के लपेटे में आए हैं। घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने उन्हें बयान देने के लिए तलब किया है। इस बाबत उन्हें नोटिस भेजा है।
डॉ. अच्छन रामपुर के स्वार टांडा तहसील के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात हैं। भोपाल से सीधे नोटिस आने से परेशान डॉक्टर के रिटायर्ड डाक अधिकारी पिता बच्चू खान व मां शुक्रवार को डीएम के पास पहुंचे। बताया कि बेटे ने न तो भोपाल में कभी पढ़ाई की, न परीक्षा दी। एमबीबीएस देहरादून के जॉली ग्रांट मेडिकल कॉलेज से किया था। डीएम ने प्रकरण एडीएम सिटी को सौंप दिया।
पिता ने बताया कि बेटे ने 12वीं के बाद मेडिकल कंपटीशन की तैयारी की थी। ऑल इंडिया कंपटीशन में चयन होने पर उसे देहरादून स्थित जॉली ग्रांट प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था। वहीं से 2008 के बैच में पढ़ाई पूरी की थी। पांच साल पहले मेडिकल ऑफीसर पद पर चयन हुआ और रामपुर में नियुक्ति मिली। भोपाल में तो परीक्षा भी नहीं दी।
कूटरचित दस्तावेज, षड़यंत्र के मामले में है नोटिस
यह नोटिस सीबीआइ के विवेचना अधिकारी एडिशनल एसपी अजायब सिंह की ओर से भेजा गया। भोपाल की प्रोफेसर कॉलोनी स्थित दफ्तर के पते से आए नोटिस में 2015 में सीबीआइ में दर्ज किए केस नंबर आरसी-217 का जिक्र किया। इसमें षड़यंत्र, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज की विवेचना की जा रही है। इसी केस में डॉक्टर को 16 अप्रैल को बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा है। इससे पहले पांच अप्रैल को बयान दर्ज कराने को नोटिस भेजा था।