Move to Jagran APP

मेडिकल कॉलेज में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने नकारा चाय नाश्ता तो प्राचार्य बोले- सर मैं आठ बार दे चुका चेतावनी Shahjahanpur News

शाहजहांपुर के मेडिकल काॅलेज अचानक निरीक्षण करने पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना गंदगी देखकर बिफर पडे़। उन्होंने काॅलेज के प्राचार्य से लेकर सभी की क्लास लगा दी।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 07:22 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 11:36 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने नकारा चाय नाश्ता तो प्राचार्य बोले- सर मैं आठ बार दे चुका चेतावनी Shahjahanpur News

शाहजहांपुर, जेएनएन मेडिकल काॅलेज अचानक निरीक्षण करने पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना गंदगी देखकर बिफर पडे़। उन्होंने काॅलेज के प्राचार्य से लेकर सभी की क्लास लगा दी। निरीक्षण करने के बाद जब प्राचार्य ने उन्हें चाय नाश्ते के लिए आमंत्रित किया तो नाराज कैबिनेट मंत्री ने उनके आग्रह को नकार दिया। यह देख काॅलेज के प्राचार्य अपनी सफाई देते हुए बोले, सर मै आठ बार सेवा प्रदाता कंपनी को चेतावनी दे चुका हूं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। 

loksabha election banner

प्राचार्य बोले- सर सुधरता ही नहीं

शाहजहांपुर में कैबिनेट मंत्री के तल्ख तेवरों को देख मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. अभय कुमार सिन्हा ने अपनी सफाई दी। उन्होंने बताया कि सर कॉलेज में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सेवा प्रदाता कंपनी की है। जिसे आठ बार चेतावनी दे चुका हूं, दस फीसद वेतन भी काट चुका हूं, लेेकिन क्या करुं सर सुधरता ही नहीं है। कॉलेज में सफाई के लिए 45 कर्मचारियों की तैनाती है। 

मंत्री बोले, अगले सप्ताह फिर आऊंगा 

कॉलेज के प्राचार्य द्वारा सफाई देने के बाद कैबिनेट मंत्री ने सफाई कर्मचारियाें का दो दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह अगले सप्ताह फिर आएंगे। व्यवस्था न सुधरी तो कड़ी कार्रवाई भी करेंगे । इसके साथ ही वह बिना चाय नाश्ता किए ही लौट गए। 

दीवारों पर दिखी पान की पीकें, भड़के मंत्री 

मेडिकल काॅलेज की दीवाराें पर कैबिनेट मंत्री को पान की पीके दिखाई दी। इसके साथ ही उन्हें कई स्थानों पर गंदगी भी दिखी। दस मिनट के निरीक्षण में स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने महिला अस्पताल, ट्रामा सेंटर, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड कक्ष को देखा। इसके साथ ही अफसरों की भी क्लास लगाते गए। 

प्रसूता प्रकरण पर सकते में आए चिकित्सक

खून की कमी बताकर अस्पताल से बलेली गांव की प्रसूता की शाम छुट्टी करने तथा उसे ब्लाक प्रमुख के घर प्रसव को विवश होने के मामले को लेकर डॉक्टर काफी असहज दिखे। लेेकिन मंत्री गंदगी को लेकर क्लास लगाते रहे। उनके वहां से जाने के बाद डाक्टरों ने भी राहत की सांस ली। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.