प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर 34 योद्धाओं ने कोरोना को दी मात
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए भले ही वैक्सीन न बनी हो लेकिन इसे हराने के लिए जंग जारी है। अभी तक मंडल के 34 लोग हरी सब्जियां दूध और अन्य पौष्टिक आहार लेकर ही कोरोना को हरा चुके हैं। इनमें कई लोग ऐसे भी थे जो टेस्ट में पॉजिटिव थे लेकिन उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। चिकित्सक भी मानते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है।
जेएनएन, बरेली : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए भले ही वैक्सीन न बनी हो, लेकिन इसे हराने के लिए जंग जारी है। अभी तक मंडल के 34 लोग हरी सब्जियां, दूध और अन्य पौष्टिक आहार लेकर ही कोरोना को हरा चुके हैं। इनमें कई लोग ऐसे भी थे जो टेस्ट में पॉजिटिव थे, लेकिन उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। चिकित्सक भी मानते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। मंडल में अब तक कोरोना से 106 लोग संक्रमित मिले। इनमें से एक मरीज की मौत हुई जबकि 34 स्वस्थ होकर घर लौट गए। इस समय बरेली में 11, पीलीभीत में 31, बदायूं में 17 और शाहजहांपुर में 12 को मिलाकर मंडल में कुल 71 मरीज संक्रमित हैं। इन सभी का इलाज कोविड-19 लेवल वन हॉस्पिटल बिथरी में चल रहा है। 27 लोगों में नहीं थे कोरोना के लक्षण
कोरोना लेवल-वन अस्पताल से जो लोग ठीक होकर लौटे, डॉक्टरों के मुताबिक इनमें से 27 लोगों की रिपोर्ट देखने से पता चलता है कि 50 वर्ष से नीचे के अधिकतर मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं थे। वहीं जिनमें लक्षण थे वे 50 वर्ष के ऊपर के थे। इन्हें खासी, जुकाम और बुखार था। क्वारंटाइन सेंटर में इन्हें संबंधित बीमारी की दवा दी गई। सभी को मुख्य रूप से पौष्टिक आहार, जिसमें दूध, फल, हरी सब्जी, दाल आदि दी गई। नतीजा यह हुआ कि कोई 14 दिन तो कोई इससे पहले ही कोरोना से जंग जीत गया। 2200-2400 कैलोरी की जरूरत
कोविड-19 अस्पताल बिथरी के चिकित्सक डॉ. मयंक बताते हैं कि सभी मरीजों का डाइट चार्ट बनाकर उनके खानपान की निगरानी रखी जाती है। जिनमें लक्षण नजर आते हैं उनकी समय समय पर जांचें भी कराई जाती हैं। कोरोना संक्रमित लोगों को 2200 से लेकर 2400 कैलोरी का भोजन दिया जाना चाहिए। भोजन में मिलने वाले पौष्टिक आहार से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके चलते ही संक्रमित लोग जल्द स्वस्थ्य हुए और अब घरों में क्वारंटाइन हैं। ऐसे मिला संतुलित और पौष्टिक आहार
सुबह - चाय, बिस्किट, फल, दूध का दलिया और पोहे व चने में से एक
दोपहर - दाल, हरी सब्जी, चावल, सलाद और रोटी।
रात - दाल, रोटी, हरी सब्जी, सलाद और दूध पांच से आठ लीटर गुनगुना पानी जरूरी
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए पांच से आठ लीटर पानी जरूरी है। यह पानी गुनगुना हो या फिर सामान्य हो। गुनगुना और सामान्य पानी भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। कोरोना से बचने के लिए ठंडे पानी का उपयोग बिल्कुल न करें। वर्जन
कोरोना संक्रमण के अधिकतर मरीज पौष्टिक आहार से ही ठीक हुए हैं। उन्हें समय पर भोजन और नाश्ता दिया गया। इसमें हरी सब्जियां, दूध, फल का विशेष ध्यान रखा गया। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण खत्म होता जाता है। जिले के सभी मरीज एकदम स्वस्थ्य होकर घर गए हैं।
- डॉ. रंजन गौतम, एसीएमओ