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2.58 करोड़ खर्च पर सेतु निगम-बिजली विभाग में ठनी

लाल फाटक पर पोल शिफ्टिंग को बिजली विभाग ने 2.58 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बना दिया। तीसरी बार में बनाए गए इस एस्टीमेट पर सेतु निगम के अफसरों की त्योरियां चढ़ गई।

By Edited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 02:31 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 12:51 PM (IST)
2.58 करोड़ खर्च पर सेतु निगम-बिजली विभाग में ठनी
2.58 करोड़ खर्च पर सेतु निगम-बिजली विभाग में ठनी
बरेली, जेएनएन: लाल फाटक पर पोल शिफ्टिंग को बिजली विभाग ने 2.58 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बना दिया। तीसरी बार में बनाए गए इस एस्टीमेट पर सेतु निगम के अफसरों की त्योरियां चढ़ गई। सवाल खड़ा किया कि पोल और दो ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने में भला इतना खर्च कैसे आ सकता है। इस बाबत मुख्यालय को लिखेंगे। सेतु निगम और बिजली विभाग की इस खींचतान के बीच पोल शिफ्टिंग का मामला लंबा खिंचता दिखाई दे रहा। सेतु निगम के डीपीएम नवाब सिंह ने बताया कि वह इस संबंध में जल्द ही बिजली विभाग के अफसरों से भी बातचीत करेंगे। इससे पहले भी दो बाद एस्टीमेट दिया गया। वह भी गलत बनाया गया था। पहली बार में उनके कार्यकाल से पहले 1.80 करोड़ का एस्टीमेट बनाया गया था। दोबारा से जब एस्टीमेट मांगा, तो महज 60 लाख रुपये का दिया गया। पहले और दूसरे एस्टीमेट में इतना अंतर आना समझ से परे लगा। जिसके बाद बीते दिनों बिजली विभाग के अफसरों ने तीसरी बार नया एस्टीमेट दिया, जो कि 2.58 करोड़ रुपये का है। इतने एस्टीमेट पर काम करना संभव नहीं तीसरे एस्टीमेट को भी ज्यादा बताकर सेतु निगम के अफसर सवाल खड़े कर रहे। कहा कि इस बाबत बिजली विभाग के अफसरों जल्द मिलेंगे, जिससे एस्टीमेट पर विस्तार से चर्चा कर सकें। फिलहाल नए एस्टीमेट के आधार पर काम कराना संभव नहीं है, क्योंकि यह बहुत अधिक है। बिजली विभाग अड़ा वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग के अफसर पहले ही एस्टीमेट बढ़ने का कारण बता चुके हैं। उनका कहना है कि गैलरी नहीं होने से ड्रिल मैथेड से काम होगा, जिससे यहां पर खर्चा अब अधिक होगा। यह बात सेतु निगम के अफसरों को भी बता दी है। बिजली विभाग के अनुसार यहां पर 30 पोल, पांच ट्रांसफार्मर और आधा किलोमीटर 11 केवी एचटी लाइन शिफ्ट करनी है। हालांकि सेतु निगम पांच पोल और दो ट्रांसफर की बात कह रहा। फिलहाल नहीं रुकेगा काम हालांकि इस बीच बिजली विभाग के अफसर पोल शिफ्टिंग की तैयारी में जुटे हैं। दरअसल, सर्विस रोड बनाने में दो पोल आड़े आ रहे हैं। इन दोनों पोल को शिफ्ट करने की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह प्रक्रिया पूर्ण होते ही 20 या 21 दिसंबर से इन पोल का शिफ्ट करने का काम शुरू हो सकता है। बाकी का काम बाद में होता रहा। इन दो पोल को शिफ्ट करने के पीछे वजह यह भी है कि सेतु निगम की कुछ धनराशि अभी विभाग के पास है। उसी से यह काम फिलहाल करा दिया जाएगा। यानी इसके बाद कांधरपुर की तरफ भी सर्विस रोड बनाने का काम शुरू करा सकता है। पूरा हुआ मसाला मिक्स गिट्टी का काम कांधरपुर की तरफ सर्विस रोड पर मसाला मिक्स गिट्टी डालने का काम पूरा हो चुका है। सेतु निगम के अफसरों ने बताया कि सिर्फ यहां पर अब ब्लैक कोट होना है। बिजली विभाग के दो पोल सड़क के बीच में आ रहे हैं। यह पोल हट जाए, तो एक बार में यहां भी ब्लैक कोट करा दिया जाए। ऐसे ही दायीं तरफ आधा पड़े ब्लैक कोट में मठिया आड़े आ रही है। यह पीडब्ल्यूडी को हटवानी है। यह हट जाए, तो दायीं तरफ की रोड भी पूरी बन जाएगी।

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